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लालू यादव के घर इस साल नहीं होगा ‘चूड़ा-दही भोज’ 

आरजेडी विधायक भोला यादव ने कहा कि इस साल RJD कार्यकर्ता मकर संक्रांति का पर्व नहीं मनाएंगे

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हर साल बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के घर पर मकर संक्रांति के मौके पर 'चूड़ा-दही भोज' का आयोजन किया जाता है. लेकिन इस बार लालू के घर कोई कार्यक्रम नहीं होगा. लालू चारा घोटाले के एक मामले में इस वक्त रांची की एक जेल में बंद हैं. इसलिए इस बार उनके परिवारवालों ने ये कार्यक्रम नहीं मनाने का फैसला लिया है.

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आरजेडी के एक नेता ने बताया कि इस साल पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के सरकारी आवास पर प्रत्येक साल की तरह मकर संक्रांति के मौके पर आयोजित होने वाला 'चूड़ा-दही भोज' का आयोजन नहीं किया जाएगा. विधायक भोला यादव ने कहा कि इस साल आरेजडी कार्यकर्ता मकर संक्रांति का पर्व नहीं मनाएंगे.

इस बार मकर संक्रांति न मनाए जाने के पीछे आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद के जेल में रहने और उनकी बहन गंगोत्री देवी का निधन माना जा रहा है. 

आपको बता दें कि आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव हर साल मकर संक्रांति के अवसर पर अपने आवास पर 14 और 15 जनवरी को 2 दिन चूड़ा-दही-तिलकुट का भोज देते रहे हैं. लालू के आवास पर चूड़ा-दही भोज चर्चित रहा है. इस भोज के लिए पहले से ही तैयारी शुरू हो जाती थी. 14 जनवरी को जहां सभी लोगों को आमंत्रित किया जाता था, वहीं दूसरे दिन सिर्फ अल्पसंख्यक समाज के लोगों के लिए ही चूड़ा-दही भोज होता था. इस भोज में सत्ता पक्ष से लेकर विपक्ष के सभी दल के नेता और कार्यकर्ता पहुंचते थे.

पिछले साल लालू के घर पर चूड़ा-दही भोज पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी पहुंचे थे. लालू ने नीतीश को दही का टीका लगाकर स्वागत किया था. उस वक्त बिहार में बिहार में आरजेडी-जेडीयू और कांग्रेंस के महागठबंधन की सरकार थी, लेकिन इस बार सियासी हालात अलग हैं.

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चारा घोटाले में सजा काट रहे हैं लालू

लालू यादव चारा घोटाले के एक मामले में साढ़े तीन साल की जेल की सजा काट रहे हैं. लालू को देवघर ट्रेजरी से फर्जी तरीके से 84.5 लाख रुपये निकालने के मामले में ये सजा हुई है. इस पूरे मामले में कुल 34 आरोपी थे, जिनमें से 11 की मौत हो चुकी है, जबकि एक आरोपी ने अपना गुनाह कबूल कर लिया और सीबीआई का गवाह बन गया.

इस मामले में अदालत ने बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जगन्नाथ मिश्रा, बिहार के पूर्व मंत्री विद्यासागर निषाद, बिहार विधानसभा की लोक लेखा समिति (पीएसी) के तत्कालीन अध्यक्ष ध्रुव भगत सहित 7 लोगों को बरी कर दिया था.

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- इनपुट IANS से

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