अमानवीयता की सारी हदें पार कर गई योगी सरकार: प्रियंका गांधी
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने उत्तर प्रदेश की बीजेप सरकार पर अमानवीयता की सारी हदें पार करने का आरोप लगाते हुए कहा कि उनकी पार्टी की एक कार्यकर्ता को बेबुनियाद आरोप में जेल में डाल दिया गया है. प्रियंका ने रविवार को ट्वीट किया, ''उत्तर प्रदेश सरकार ने अमानवीयता की सारी हदें पार कर दी हैं. कांग्रेस की कार्यकर्ता सदफ जफर साफ-साफ वीडियो में पुलिस से हिंसा फैलाने वाले लोगों को गिरफ्तार करने की बात कह रही हैं. पुलिस ने सदफ पर बेबुनियाद आरोप लगाकर उन्हें जेल में डाल दिया है.'' उन्होंने बताया, ‘‘सदफ के दोनों बच्चे अपनी मां की रिहाई का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं. इस संवेदनहीन सरकार ने बच्चों को अपनी मां से, बूढ़ों को अपने बच्चों से जुदा कर रखा है.’’ प्रियंका ने सदफ के परिजन से लखनऊ स्थित अपने आवास पर मुलाकात की और उन्हें हिम्मत बंधाते हुए कहा कि कांग्रेस उनके साथ मजबूती से खड़ी है.
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने बताया, ‘‘सीएए के खिलाफ हिंसक प्रदर्शन के मामले में हाल में गिरफ्तार किए गए रिटायर्ड आईपीएस अधिकारी एस. आर. दारापुरी के परिजन से मिलने के लिए प्रियंका शनिवार को उनके घर जा रही थीं लेकिन उस दौरान मची अफरातफरी को देखते हुए सदफ के परिजन खुद उनके आवास पर पहुंचे थे.’’
उन्होंने बताया कि प्रियंका ने सदफ की बहन और बच्चों से मुलाकात की और कहा कि पार्टी उनके साथ मजबूती से खड़ी है. लल्लू ने बताया कि प्रियंका ने रविवार को उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारियों से मुलाकात की और पार्टी की भविष्य की रणनीति पर विस्तृत चर्चा की. उन्होंने बताया, ‘‘प्रियंका ने पार्टी पदाधिकारियों को निर्देश दिये हैं कि वे छात्रों, किसानों, मजदूरों, गरीबों और मजलूमों की आवाज बनें. हर बूथ को मजबूत बनाया जाए.’’
मेरठ के SP की विवादित टिप्पणी को लेकर BJP बंटी
मेरठ में वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के कथित तौर पर प्रदर्शनकारियों को पाकिस्तान जाने के लिए कहने वाली टिप्पणी को लेकर सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी बंटी हुई दिखाई दे रही है. उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने जहां मेरठ के पुलिस अधीक्षक (एसपी) का बचाव किया, वहीं केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने उनके खिलाफ 'तत्काल कार्रवाई' की मांग की है. उत्तर प्रदेश के बीजेपी नेताओं द्वारा मेरठ के एसपी अखिलेश नारायण सिंह का बचाव करने के बाद मुंबई में नकवी ने कहा, "अगर यह बात सही है, तो यह निंदनीय है. अधिकारी के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की जानी चाहिए."
उमा भारती ने भी सिंह का बचाव किया है. उन्होंने कहा, “मैं मेरठ शहर के एसपी के साथ खड़ी हूं.”
नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे प्रदर्शनकारियों को मेरठ एसपी ने पाकिस्तान चले जाने को कहा था, जो कैमरे में रिकॉर्ड हो गया. बाद में शनिवार को सिंह ने कहा कि उन्हें मजबूरी में ऐसा इसलिए कहना पड़ा क्योंकि प्रदर्शनकारी 'पाकिस्तान जिंदाबाद' के नारे लगा रहे थे. कई प्रमुख राजनीतिक पार्टियों कांग्रेस, बहुजन समाज पार्टी और एआईएमआईएम ने पुलिस अधिकारी के बयान पर आपत्ति जताई है. बीजेपी में इस मुद्दे पर पार्टी के अंदर ही विरोधाभास है.
अखिलेश बोले- हम नहीं भरते NPR, क्या करेंगे आप
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि वह राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (एनपीआर) के लिए फॉर्म नहीं भरेंगे. उन्होंने समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं से भी एनपीआर का बहिष्कार करने को कहा. अखिलेश ने साथ ही उत्तर प्रदेश में हुए आंदोलन के दौरान हुई हिंसा के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को जिम्मेदार ठहराया.
लखनऊ में रविवार को अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान अखिलेश यादव प्रदेश की योगी आदित्यनाथ और केंद्र की मोदी सरकार पर बरसते नजर आए. अखिलेश ने कहा, “बीजेपी तय नहीं करेगी कि मैं भारतीय हूं या नहीं. हम रोजगार चाहते हैं, एनपीआर नहीं.” बीते दिनों राज्य में नागरिकता संशोधन अधिनियम के खिलाफ हुए प्रदर्शनों का जिक्र करते हुए अखिलेश ने कहा कि पुलिस फायरिंग में लोगों के मारे जाने के लिए सीधे तौर पर मुख्यमंत्री जिम्मेदार हैं.
“हिंसा में मारे गए लोगों के परिवारों को पोस्टमार्टम रिपोर्ट क्यों नहीं दी जा रही है? सरकार नहीं चाहती कि सच्चाई लोगों तक पहुंचे, क्योंकि वह जनता में बढ़ते गुस्से से आशंकित है. मुख्यमंत्री अपनी कुर्सी बचाने के लिए अन्याय कर रहे हैं. यहां तक उनके विधायक उनके खिलाफ हैं.”- अखिलेश यादव, अध्यक्ष, साजवादी पार्टी
समाजवादी पार्टी अध्यक्ष ने कहा कि देश की अर्थव्यवस्था बुरी दशा में है, लेकिन सत्तारूढ़ पार्टी लोगों का ध्यान भटकाने की कोशिश कर रही है. उन्होंने कहा कि जब समाजवादी पार्टी सत्ता में आएगी तो CAA प्रदर्शन के पीड़ितों की मदद करेगी. उन्होंने कहा, “जिन अधिकारियों ने लोगों पर अत्याचार किए हैं और जिनके वीडियो फुटेज उपलब्ध हैं. जब हम सत्ता में आएंगे तो उन्हें जांच का समना करना होगा. हम विरोध प्रदर्शनों की न्यायिक जांच की मांग करते हैं, ताकि सच्चाई सामने आ सके.”
योगी सरकार तीन-तलाक पीड़िताओं को देगी वार्षिक पेंशन
उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार तीन-तलाक पीड़िताओं को 6,000 रुपये की वार्षिक पेंशन देगी. शिया धर्म गुरू मौलाना सैफ अब्बास ने कहा कि जहां उन्होंने सरकार के इस फैसले का स्वागत किया है, वहीं सरकार को बच्चों की शिक्षा और उनके आवास पर ध्यान देना चाहिए जो तीन-तलाक पीड़िताओं को 500 रुपये प्रति महीने देने से बेहतर होगा. सुन्नी धर्म गुरू मौलाना सूफियाना ने कहा, "इस मुद्दे पर राजनीति हुई है. यह देखना है कि सरकार 500 रुपये प्रति महीना की पेंशन देकर क्या न्याय करना चाहती है."
ऑल इंडिया मुस्लिम वीमेंस पर्सनल लॉ बोर्ड की अध्यक्ष शाहिस्ता अंबर ने कहा, "सरकार की पहल अच्छी है लेकिन धनराशि बहुत कम है. 6,000 रुपये प्रति वर्ष की पेंशन से बुनियादी जरूरतों की पूर्ति मुश्किल होगी."
महोबा में 3 तस्कर गिरफ्तार, 33 गोवंश बरामद
उत्तर प्रदेश में महोबा जिले की पुलिस ने तीन पशु तस्करों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से 33 गोवंश बरामद किए हैं. तस्कर गोवंशों को एक कंटेनर ट्रक में लादकर बिहार ले जा रहे थे. नगर पुलिस उपाधीक्षक (सीओ) जटाशंकर राव ने रविवार को बताया, "बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं की सूचना पर नगर कोतवाली क्षेत्र के लक्ष्मीनारायण पेट्रोल पंप के पास रोककर एक कंटेनर ट्रक की तलाशी ली गई, और वहां से 33 गोवंश (गाय और बछड़े) बरामद किए गए हैं. कंटेनर में पांच व्यक्ति सवार थे, जिनमें कय्यूम और शबाब भागने में सफल रहे, लेकिन अरशद, नौशाद और खुर्शीद को गिरफ्तार कर लिया गया है."
राव ने बताया, “पूछताछ में गिरफ्तार तीनों तस्करों ने पुलिस को बताया कि सभी गोवंश श्रीनगर थाना क्षेत्र के कैमाहा गांव से लादे गए हैं और इन्हें बिहार ले जाया जा रहा था.”
सीओ के मुताबिक, "गोवध अधिनियम और पशु क्रूरता अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर तीनों लोगों को जेल भेज दिया गया है. फरार दो तस्करों की तलाश की जा रही है. साथ ही बरामद गोवंशों को रामकुंड स्थिति गोशाला में छोड़ा गया है. कंटेनर ट्रक को भी जब्त कर लिया गया है." उन्होंने बताया कि इसके दो दिन पहले 26 गोवंश बरामद किए जा चुके हैं.
विश्व हिंदू परिषद के जिला प्रभारी मयंक तिवारी ने आरोप लगाया, "श्रीनगर थाना पुलिस को गोवंशों की तस्करी के बाबत सूचना दी गई थी, मगर उन्होंने कंटेनर को रोकने की जहमत नहीं उठाई. जबकि कंटेनर चालक ने उन्हें (मयंक को) कुचलने की भी कोशिश की थी."
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