मध्यप्रदेश के मुरैना का मामला अभी ठंडा ही नहीं पड़ा कि शहडोल मेडिकल कॉलेज से मानवता को शर्मसार कर देने वाली तस्वीर सामने आई है. प्रदेश की लचर स्वास्थ्य व्यवस्था को दिखाती ये तस्वीर किसी भी दिल को झकझोर कर रख देगी. स्वास्थ्य व्यवस्थाओं पर लाख दावा करती सरकारों को ये तस्वीर शर्म से पानी-पानी कर देगी. शहडोल मेडिकल कॉलेज में इलाज के दौरान हुई मां की मौत के बाद जब बेटे को अस्पताल से शव वाहन नहीं मिला तो बेटे ने 100 रुपए की लकड़ी खरीद कर बाइक में बंधी और फिर उस पर मां का शव रखकर ले जाने को मजबूर हो गया.
दरअसल, मामला मध्यप्रदेश के शहडोल मेडिकल कॉलेज का है. बताया जा रहा है का अनूपपुर जिले के गुड़ारू से 80 किलोमीटर का सफर तय कर मां का इलाज करना बेटा बाइक से शहडोल मेडिकल कॉलेज आया था. उपचार के दौरान जयमंत्री यादव की मौत हो गई. मौत के बाद बेटे ने शव वाहन के लिए मेडिकल प्रशासन से मदद मांगी, लेकिन उसकी कोई नहीं सुना.
जब, शहडोल मेडिकल प्रशासन की तरफ से कोई मदद नहीं मिली तो बेटे ने बाजार से 100 रुपए की लड़की (पटरा) खरीदकर बाइक में बांधी और उस पर मां के शव को रखकर घर के लिए चल पड़ा.
हालांकि शहडोल मेडिकल कॉलेज के डीन डॉक्टर मिलिंद सिरालकर ने बताया कि
परिवार ने अस्पताल से शव वैन नहीं मांगी थी. जब अस्पताल के कर्मचारियों ने उनसे पूछा तो उन्होंने कर्मचारियों से कहा कि वो शव को वापस ले जाने की व्यवस्था कर ली है. मुझे मीडिया के माध्यम से जानकारी मिली है.डॉक्टर मिलिंद सिरालकर
डीन डॉक्टर मिलिंद सिरालकर ने कहा "वार्ड बॉय ने मुझे बताया है कि जब परिवार के सदस्यों से शव वैन के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि वो शव को ले जाने की व्यवस्था कर ली है. उन्होंने अस्पताल से शव वैन के लिए जानकारी नहीं मांगी थी."
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और मध्यप्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने प्रदेश के स्वास्थ्य सिस्टम पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया कि यह है मध्यप्रदेश की भाजपा सरकार के 18 वर्ष के विकास की शर्मनाक तस्वीर…यह है प्रदेश का स्वास्थ्य सिस्टम..शहडोल में एक महिला की मौत के बाद शव वाहन ना मिलने पर , बेटा मां के शव को 80 किमी दूर पटिये पर बांधकर बाइक से लेकर गया.
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