जनपद के चोपन प्रखंड अंतर्गत कोटा ग्राम पंचायत के एक सरकारी स्कूल में मिड डे मील योजना के तहत करीब 80 बच्चों को एक लीटर दूध में बाल्टी भर पानी मिलाकर पिलाए जाने के मामले ने तूल पकड़ लिया है और जिला प्रशासन ने इस प्रकरण को गम्भीरता से लेते हुए एक शिक्षा मित्र को निलंबित कर दिया है.
यह घटना बुधवार को हुई और सलई बनवा प्राथमिक स्कूल के रसोइये द्वारा दूध में पानी मिलाने का वीडियो वायरल होने के बाद अधिकारियों ने इस मामले का संज्ञान लिया. अधिकारियों ने मामले में जांच के आदेश दिए हैं और कोटा ग्राम पंचायत के एक ‘शिक्षा मित्र’ के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज कराई गई है.
मिड डे मील के मेन्यू के अनुसार बुधवार को हर बच्चे को 150 मिलीलीटर दूध दिया जाना चाहिए.
इस सम्बंध में प्रभारी प्रधानाध्यापक शैलेश ने बताया कि मंगलवार को उनके भाई की तेरहवीं थी इसलिए व्यस्तता के कारण पर्याप्त दूध की व्यवस्था पहले से ही नहीं हो सकी लेकिन बुधवार को वह चार लीटर दूध लाने डाला बाजार गए थे तभी उनकी गैर मौजूदगी में एक लीटर दूध में ही पानी मिलाकर बच्चों को पिला दिया गया.
खंड शिक्षा अधिकारी मुकेश कुमार ने कहा कि कुछ क्षेत्रों में गाय या भैंस का दूध नहीं मिलता है तो बच्चों को टेट्रा पैक का दूध पिलाया जाता है.
जिलाधिकारी एस राजलिंगम ने भी गुरुवार को विद्यालय पहुंच कर प्रभारी प्रधानाचार्य सहित शिक्षामित्र और बच्चों का बयान लिया. जिलाधिकारी ने जिला विकास अधिकारी राम बाबू त्रिपाठी को विद्यालय भेजकर दूध का नमूना भी मंगवाया था.
इनपुट:IANS
यह भी पढ़ें: महाराष्ट्र में कल होगा MVA सरकार का फ्लोर टेस्ट
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)