देश कोरोना वायरस जैसी महामारी से जूझ रहा है. रोजी रोटी के तमाम साधन ठप है इस बीच एक दूसरे की मदद करने की बजाय कुछ ऐसी भी खबरें सामने आती हैं जो डराकर रख देती हैं. ऐसा ही मामला मध्य प्रदेश के शाजापुर से सामने आया. जहां एक हॉस्पिटल में 80 साल के बुजुर्ग को बेड से बांध दिया गया, ये सजा हॉस्पिटल ने इसलिए सुनाई क्योंकि बुजुर्ग अस्पताल का बिल चुकाने में असमर्थ था.
अब अस्पताल के मैनेजर पर धारा 342 के अंतर्गत FIR दर्ज की गई है. शाजापुर के डीएम ने बताया कि नर्सिंग होम की रजिस्ट्रेशन को निलंबित कर अस्पताल को सील कर दिया गया है. जो भी मरीज OPD में थे उन्हें जिला अस्पताल भेज दिया गया है.
इससे पहले ANI ने जो तस्वीरें शेयर की हैं, उनमें इस बूढ़े शख्स को बेड से बांधा हुआ देखा जा सकता है और उनके पैरों और हाथों पर रस्सी दिखती है. शख्स की बेटी ने कहा,
‘’हमने भर्ती होते समय 5000 रुपये का बिल जमा कराया था लेकिन इलाज में कुछ दिन ज्यादा लग गए. हमारे पास बिल चुकाने के पैसे नहीं हैं.”
हालांकि, NDTV की रिपोर्ट में कहा गया कि अस्पताल ने दावा किया था कि शख्स को कन्वल्जन (convulsions) हो रहे थे और इसीलिए उन्हें बेड से बांधा था, जिससे वो खुद को नुकसान न पहुचाएं. convulsions उस स्थिति को कहते हैं, जब मांसपेशियां जल्दी-जल्दी सिकुड़ती और फैलती हैं. ऐसे में इंसान का अपने एक्शन पर कंट्रोल नहीं रहता है.
घटना का मुख्यमंत्री ने लिया था संज्ञान
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शाजापुर के इस अस्पताल के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की बात कही थी और ये भी कहा था कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा. अब कार्रवाई हुई है.
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