ADVERTISEMENTREMOVE AD

MP मॉब लिंचिंग में 14 गिरफ्तार, बजरंग दल की भूमिका पर पुलिस के विरोधाभासी बयान

मध्य प्रदेश के सिवनी में बजरंग दल और श्रीराम सेना के लोगों पर गोकशी के शक में 2 आदिवासियों की हत्या का आरोप लगा है

Updated
छोटा
मध्यम
बड़ा
ADVERTISEMENTREMOVE AD

मध्य प्रदेश के सिवनी जिले के कुरई क्षेत्र के सिमरिया गांव में 2 आदिवासियों की गोकशी की शक में पीट-पीटकर बेरहमी से हत्या के मामले में अब सियासी - प्रत्यारोप शुरू हो गए हैं. वहीं, इस मामले में 14 आरोपियों की गिरफ्तारी की जा चुकी है. लेकिन पुलिस कन्फ्यूज है कि ये बजरंग दल, श्रीराम सेना के हैं या नहीं? सिवनी के एसपी ने कहा कि गिरफ्तार लोग बजरंग दल और श्रीराम सेना के हैं या नहीं, इस बारे में जांच की जा रही है वहीं इलाके के टीआई यानी थाना इंचार्ज का कहना है कि 3 लोग बजरंग दल और 6 लोग श्रीराम सेना के हैं.

बजरंग दल - श्रीराम सेना के लोगों का नाम आया सामने

जब इस मामले में सिवनी के एसपी से पूछा गया कि क्या इस मामले में बजरंग दल - श्रीराम सेना के कार्यकर्ता शामिल हैं, तो उन्होंने बताया कि अभी ये कहा जा रहा है और वहां के लोगों ने ऐसा बताया है कि ये लोग जुड़े हुए हैं लेकिन इसकी आधिकारिक तौर पर कोई पुष्टि नहीं हो पाई है, ये जांच का विषय है आगे चलकर जिसका भी नाम आएगा उसे बता दिया जाएगा.

लेकिन कुरई के टीआई जी एस उईके ने बताया कि इस मामले में गिरफ्तार आरोपियों में बजरंग दल से जुड़े 3 लोग हैं और श्रीराम सेना के 6 लोग शामिल हैं. मामले की विवेचना जारी है साक्ष्यों के आधार पर आरोपियों की संख्या में इजाफा होगा.

क्या आरोपियों के घर पर बुलडोजर के तहत होगी कार्रवाई

जब इस मामले में एसपी से पूछा गया कि इस मामले के बाद आरोपियों के घर गिरान की मांग हो रही है, तो एमपी में बाकी मामलों की तर्ज पर यहां भी बुलडोजर चलेंगे? इसको लेकर एसपी ने बताया कि हमको पूरी तरह निर्देश दिया गया है कि अगर आरोपी ने अवैध निर्माण किया है तो ही गिराए जाएंगे. मॉब लिंचिंग के आरोपियों के बारे में राजस्व विभाग से जांच कराई गई है, लेकिन उनके मकान अवैध नहीं हैं.

हालांकि सवाल उठता है कि जितनी स्पीड से प्रशासन ने ये पता लगा लिया कि आरोपियों के घर अवैध नहीं हैं, उतनी तेजी से ये क्यों नहीं पता लगा पाई कि आरोपी किस संगठन से जुड़े हैं?
ADVERTISEMENTREMOVE AD

आरोपियों को बचा रहा प्रशासन-कांग्रेस

इस मामले में कांग्रेस नेता कांतिलाल भूरिया ने पत्रकारों को बताया कि सरकार कह रही है कि हम आदिवासी हमारे साथ हैं लेकिन बीजेपी -आरएसएस के लोग आदिवासियों के ऊपर लगातार हमला कर रहे हैं. सिवनी में जो घटना घटी वो बहुत ही दर्दनाक और शर्मनाक है. वहां 3 आदिवासियों को पकड़ कर 2 की हत्या कर दी और एक अभी मौत से जूझ रहा हैं. उसने अपने बयान में कहा है कि बजरंग दल के लोगों ने हम पर हमला किया. इसी वजह से आज पूरे प्रदेश में भय का महौल बना हुआ है. उन्होंने आरोप लगाया है कि बजरंग दल के कार्यकर्ता कुरई में आये दिन आदिवासी परिवारों को परेशान करते हैं. भूरिया ने ये भी कहा कि आदिवासियों की हत्या में ज्यादा लोग शामिल थे लेकिन कम ही लोगों पर मामला दर्ज किया गया.

पीड़ित परिवारों को 50 % राशि का भुगतान 

मध्य प्रदेश के सिवनी जिले में हुई 2 आदिवासियों की हत्या को लेकर केंद्रीय इस्पात व ग्रामीण विकास राज्य मंत्री ने बयान दिया है. मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते ने बताया कि मृतक के परिवारों में से एक-एक व्यक्ति को नौकरी दी गई है और सवा आठ लाख रुपए का मुआवाज दिया गया है. कार्रवाई भी तेजी से की गई है. कुलस्ते ने कहा कि - जिनकी हत्या हुई है उनमें से एक को पहले भी गोकशी में जेल भेजा जा चुका हैं.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

क्या है पूरा मामला

सोमवार देर रात करीब 3 बजे बात फैली कि तीन व्यक्ति गोमांस लेकर जा रहे हैं. इसकी सूचना मिलने के बाद कुछ लोगों ने सिमरिया गांव 52 वर्षीय धानशाह इनवाती, सागर गांव के 35 साल से संपत बट्टी और ब्रजेश नामक व्यक्ति को घेरकर मारपीट शुरू कर दी. उनके साथ इतनी बेरहमी से मारपीट की गयी जिसमें तीनों व्यक्तियों को गंभीर चोटें आईं. उन्हें इलाज के लिए जिला अस्पताल लाया गया लेकिन यहां धानशाह व संपत ने दम तोड़ दिया.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

Published: 
सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
×
×