कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज एस बोम्मई ने 27 अगस्त को कहा कि पुलिस महानिदेशक (DGP) प्रवीण सूद मैसूर के बाहरी इलाके में चामुंडी तलहटी के पास मेडिकल कॉलेज की छात्रा के साथ हुए गैंगरेप (Mysuru Gangrape) के जांच की निगरानी करेंगे.
मुख्यमंत्री ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि जांच दल गठित कर दिए गए हैं और गहन जांच चल रही है.उन्होंने पुलिस को सीधे जांच रिपोर्ट उनके भेजने को कहा है.
"डीजीपी मैसूर जा रहे हैं .मैंने उन्हें जांच की निगरानी करने और मामले को जल्द से जल्द सुलझाने का निर्देश दिया है."
इस बीच, गृह मंत्री अरागा ज्ञानेंद्र ने मीडिया से कहा कि वह इस मुद्दे पर पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे और अब तक जांच में हुई प्रगति की जानकारी प्राप्त करेंगे.उन्होंने कहा कि जांच जारी है और क्रैक टीमों की संख्या बढ़ा दी गई है.
हालांकि इससे पहले 26 अगस्त को मैसूर गैंगरेप पर गृहमंत्री ने शर्मनाक बयान दिया था. गृहमंत्री अरागा ज्ञानेंद्र ने कहा था कि लड़की को शाम में इतनी सुनसान जगह नहीं जाना चाहिए था.
"लड़की और उसका दोस्त वहां सुनसान जगह गए होंगे, उन्हें वहां नहीं जाना चाहिए था."
पीड़िता के दोस्त ने दर्ज कराया बयान
पुलिस सूत्रों ने आज आईएएनएस को बताया कि मामले की जांच कर रहे विशेष दल ने पीड़िता के दोस्त का बयान दर्ज किया है. युवक ने कथित तौर पर कहा कि वे जिस जगह गए थे, वह उससे परिचित है और वह हर दिन वहां पर जॉगिंग करता था.
"क्लास के बाद, लगभग 7.30 बजे, हम बाइक पर चले गए. मैं जेएसएस आयुर्वेदिक कॉलेज रोड के सामने गया और पानी टंकी वाली कच्ची सड़क से गुजरते हुए वहां पहुंचे. हम उस जगह पर टहल रहें थें कि अचानक छह लोगों ने हमें घेर लिया."
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