ओडिशा के पूर्व सीएम और बीजू जनता दल (BJD) के प्रमुख नवीन पटनायक (Naveen Patnaik) के खासमखास वीके पांडियन (VK Pandian) ने रविवार, 9 जून को सक्रिय राजनीति से संन्यास लेने की घोषणा कर दी है. पांडियन ने यह फैसला ओडिशा में लोकसभा और विधानसभा चुनावों में मिली चौंकाने वाली हार के बाद लिया है.
वीके पांडियन ने इसकी जानकारी एक वीडियो के जरिए दी. पांडियन ने कहा, “राजनीति में शामिल होने के पीछे उनका इरादा केवल नवीन पटनायक की सहायता करना था.” और अब उन्होंने सक्रिय राजनीति से हटने का फैसला किया है.
वीके पांडियन ने आगे कहा, “अगर मैंने इस यात्रा में किसी को ठेस पहुंचाई है तो मुझे इस बात का दुख है. वहीं यदि मेरी वजह से BJD की हार हुई है तो मुझे खेद है. मैं इसके लिए पार्टी के सभी कार्यकर्ताओं सहित पूरे BJD परिवार से माफी मांगता हूं."
BJD को मिली हार के बाद से पांडियन सार्वजनिक रूप से नजर नहीं आए थे. 5 जून को जब नवीन पटनायक इस्तीफा देने राजभवन गए थे तब भी उनके साथ पांडियन नजर नहीं आए थे. यहां तक कि पांडियन नवीन निवास में पटनायक के साथ BJD नेताओं की बैठक में शामिल हुए थे.
ओडिशा में लोकसभा और विधानसभा चुनाव का परिणाम
विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 147 सदस्यीय विधानसभा में 78 सीटें जीतकर BJD के 24 साल के शासन को समाप्त करते हुए ओडिशा में सत्ता हासिल की है. वहीं दूसरी ओर नवीन पटनायक के नेतृत्व वाली पार्टी ने 51 सीटें जीतीं, जबकि कांग्रेस, 14 और सीपीआई (एम) एक सीट जीतने में सफल रही. इसके साथ ही तीन निर्दलीय उम्मीदवार भी विजयी हुए.
लोकसभा चुनाव 2024 में BJD एक भी सीट जीत नहीं पाई. वहीं बीजेपी ने 20 सीटों पर जीत दर्ज की, जबकि कांग्रेस के खाते में एक सीट गई.
नवीन पटनायक ने क्या कहा?
चुनाव में पार्टी को मिली करारी हार के संबंध में वीके पांडियन की आलोचनाओं पर नवीन पटनायक ने 8 जून को कहा था कि पार्टी की हार के लिए पांडियन की आलोचना "दुर्भाग्यपूर्ण" थी. पटनायक ने इस बात पर जोर देकर कहा कि उन्होंने "शानदार काम" किया है.
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