बिहार विधानमंडल का बजट सत्र आज से
बिहार विधानमंडल का बजट सत्र सोमवार से शुरू होगा. इस सत्र के विपक्ष द्वारा सत्तापक्ष को घेरने की तैयारी के मद्देनजर हंगामादार रहने के आसार हैं. बिहार विधानमंडल के बजट सत्र की शुरूआत राज्यपाल के अभिभाषण के साथ होगी और मंगलवार को सदन में 2018-19 के लिए प्रदेश का आम बजट और 2017-18 का अनुपूरक मांग अनुदान पेश किया जाएगा.
बिहार विधानमंडल के इस बजट सत्र के कुल 24 कार्य दिवस होंगे और 5 अप्रैल तक चलने वाले इस सत्र के दौरान प्रदेश की प्रमुख विपक्षी पार्टियां आरजेडी, कांग्रेस सृजन घोटाले में कथित तौर अपर्याप्त कार्रवाई, शौचालयों के निर्माण में अनियमितता, गिरती विधि-व्यवस्था और शराबबंदी के लागू नहीं होने को लेकर सरकार को घेरने की कोशिश करेंगी.
मांझी ने अपनी पार्टी के लिए मांगी राज्यसभा सीट
हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) सेक्युलर के अध्यक्ष और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने बिहार से राज्यसभा की 6 सीटों में से अपनी पार्टी का एक उम्मीदवार बनाने की मांग की. मांझी ने रविवार को अपनी पार्टी के लिए कम से कम एक नेता को एनडीए का उम्मीदवार घोषित किए जाने की मांग की है.
मांझी ने कहा है कि अगर एनडीए नेतृत्व ने उनकी मांग को अनसुना किया तो पार्टी के नेता और कार्यकर्ता बिहार में 11 मार्च को होने वाले अररिया लोकसभा सीट और जहानाबाद-भभुआ विधानसभा उपचुनाव में एनडीए उम्मीदवार के पक्ष में प्रचार नहीं करेंगे.
उन्होंने कहा कि वो और उनकी पार्टी एनडीए का पिछले तीन साल से तन-मन-धन से सेवा कर रहे हैं. एकपक्षीय काम होता रहा है. मांझी ने कहा कि वे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के नाम पर एनडीए का समर्थन करते रहे हैं.
उपचुनाव का परिणाम राजस्थान जैसाः तारीक
एनसीपी के महासचिव और कटिहार से सांसद तारिक अनवर ने दावा किया कि बिहार में होने वाले उपचुनाव का परिणाम राजस्थान जैसा होगा. अब लोगों की केन्द्र और राज्य सरकार से भरोसा उठ चुका है.
उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र और राज्य में यह सरकार अपनी लोकप्रियता और लोगों का जनाधार खोती जा रही है. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 2022 की बात कर हैं. हर मामले में 2022 का सपना लोगों को दिखाना चाह रहे हैं, जबकि उन्हें समझना चाहिए कि 2019 में नया जनादेश आएगा.
नीतीश और मोदी पर प्रहार करते हुए तारिक अनवर ने आरोप लगाया कि कहा कि दोनों अब जनता को ‘ठगने' का काम बंद करें. उन्होंने नीतीश कुमार के हाल के जापान दौरे पर चुटकी लेते पूछा कि क्या वे वहां से जापानी गुड़िया लाने गए थे.
'मैथिली' भाषा को विदेशों तक पहुंचाने की तैयारी!
मैथिली भाषा के प्रचार के लिए कोशिशें शुरू हो गई है. मैथिली भाषा पर काम करते हुए प्रसिद्ध भाषाविद् सर जॉर्ज अब्राहम ग्रियर्सन ने 'लिंग्विस्टिक सर्वे ऑफ इंडिया' में इसे बिहार की प्रमुख भाषाओं में से एक माना है. उनके मुताबिक, सीतामढ़ी, भागलपुर, मुंगेर, सहरसा, सुपौल, दरभंगा, मधुबनी, मधेपुरा, कटिहार, किशनगंज और पूर्णियां सहित आसपास के लोग मैथिली भाषा का इस्तेमाल करते हैं. उन्होंने इस भाषा को दुनिया की सबसे मधुरतम भाषा बताया है.
बिहार के पूर्व शिक्षा मंत्री राम लखन राम 'रमण' भी स्वीकार करते हैं कि प्राचीनतम भाषाओं में से एक मानी जाने वाली भाषा मैथिली का उतना विकास नहीं हुआ, जितना होना चाहिए था. उन्होंने कहा कि बिहार के कई विश्वविद्यालयों में इसकी बजाब्ता पढ़ाई होती है. उन्होंने इस भाषा को जन-जन तक पहुंचाने के लिए क्षेत्र के ही पढ़े-लिखे व बुद्धिजीवियों को प्रयास करने की जरूरत बताई.
श्रीदेवी के निधन पर सीएम ने जताया शोक
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अभिनेत्री श्रीदेवी के निधन पर गहरा शोक जताते हुए कहा कि उनके निधन से फिल्म जगत को अपूरणीय क्षति हुई है. मुख्यमंत्री कार्यालय की तरफ से जारी विज्ञप्ति में नीतीश ने अपने शोक संदेश में कहा कि श्रीदेवी एक उत्कृष्ट अभिनेत्री थी.
भारतीय फिल्म जगत में उनके महत्वपूर्ण योगदान के लिए उन्हें पदमश्री से सम्मानित किया गया था. अपने अभिनय के चलते वह फिल्म प्रेमियों के बीच काफी लोकप्रिय थी. उन्होंने श्रीदेवी की आत्मा की शान्ति तथा उनके परिजनों एवं प्रशंसकों को दुख की इस घड़ी में धैर्य धारण करने की शक्ति प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना की है. फिल्म निर्माता बोनी कपूर की पत्नी 54 वर्षीय श्रीदेवी का निधन कल देर रात दुबई में हार्ट अटैक के कारण हुआ.
(इनपुटः PTI और IANS)
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(क्विंट और बिटगिविंग ने मिलकर 8 महीने की रेप पीड़ित बच्ची के लिए एक क्राउडफंडिंग कैंपेन लॉन्च किया है. 28 जनवरी 2018 को बच्ची का रेप किया गया था. उसे हमने छुटकी नाम दिया है. जब घर में कोई नहीं था,तब 28 साल के चचेरे भाई ने ही छुटकी के साथ रेप किया. तीन सर्जरी के बाद छुटकी को एम्स से छुट्टी मिल गई है लेकिन उसे अभी और इलाज की जरूरत है ताकि वो पूरी तरह ठीक हो सके. छुटकी के माता-पिता की आमदनी काफी कम है, साथ ही उन्होंने काम पर जाना भी फिलहाल छोड़ रखा है ताकि उसकी देखभाल कर सकें. आप छुटकी के इलाज के खर्च और उसका आने वाला कल संवारने में मदद कर सकते हैं. आपकी छोटी मदद भी बड़ी समझिए. डोनेशन के लिए यहां क्लिक करें.)
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