हरियाणा के एक सरकारी अस्पताल में दुर्घटना का शिकार हुआ एक मरीज जब अस्पताल पहुंचा, तो वहां के चपरासी ने उसके घाव में टांके लगाए. ये सब डॉक्टर की मौजूदगी में हुआ. घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद अब सीएम मनोहरलाल खट्टर ने इस मामले पर सफाई दी है.
देश के तमाम सरकारी अस्पतालों की बदहाली की खबरें और तस्वीरें आये दिन हमारे सामने आती रहती हैं. कहीं डॉक्टर नदारद रहते हैं, तो कहीं दवाइया. कहीं सुविधाओं की कमी तो कहीं साफ-सफाई की. लेकिन बावजूद इसके, इनके सूरत-ए-हाल में कोई खास इजाफा नहीं होता.
हरियाणा में रोहतक जिले के कृपाल नगर इलाके के निवासी जोगिन्दर कुमार के हाथ में चोट लग गई थी. 10 नवंबर की रात वे जिले के सांपला इलाके में मौजूद सिविल अस्पताल में अपने एक दोस्त के साथ इलाज के लिए पहुंचे थे. लेकिन वहां डॉक्टर होने के बावजूद अस्पताल के चपरासी ने ही उसके घाव पर टांका लगा दिया. जोगिन्दर के दोस्त ने ही चपरासी की इस हरकत का वीडियो बना लिया था, जिसे उन्होंने बाद में सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दिया. घटना के बाद जोगिन्दर ने मीडिया को बताया-
“मेरे घाव से खून बह रहा था. डॉक्टर ने मुझे कोई पेनकिलर नहीं दिया. एक चपरासी आया और डॉक्टर की मौजूदगी में ही मेरा घाव पर टांके लगा दिए.”जोगिन्दर कुमार, पीड़ित मरीज
सीएम ने दी सफाई
घटना का वीडियो सामने आने पर मामले ने तूल पकड़ लिया. राज्य के मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर ने मीडिया को सफाई देते हुए कहा कि घटना की सूचना मिली है और उन्होंने आरोपियों पर तुरंत कार्रवाई करने के आदेश दे दिए हैं. उन्होंने ये भी कहा कि उनकी सरकार प्रदेश में मेडिकल कॉलेजों की संख्या में बढ़ोतरी कर रही है, और डॉक्टरों की संख्या कम होने की वजह से डॉक्टरों की जरूरत है. साथ ही उन्होंने सफाई दी कि 2013 से एमबीबीएस कोर्स में एडमिशन दोगुना हो गया है.
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