पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान (Bhagwant Singh Mann) और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पंजाब राज्य में स्वास्थ्य क्रांति के एक नए युग की शुरुआत करते हुए यहां सोमवार को अपनी तरह का पहला माता कौशल्या अस्पताल जनता को समर्पित किया.
अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित यह अस्पताल पटियाला और उसके आसपास की लगभग 20 लाख लोगों की आबादी को सेवा प्रदान करेगा. अस्पताल में 300 बिस्तर हैं और अब 66 बिस्तर और जोड़े जा रहे हैं.
अस्पताल को 13.8 करोड़ रुपये की लागत से तैयार किया गया है और यह ICU, एनआईसीयू और अन्य सुविधाओं से सुसज्जित है.
मुख्यमंत्री मान ने घोषणा की कि पंजाब ने स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में एक नई क्रांति की शुरुआत की है.
उन्होंने घोषणा की कि एक साल के भीतर सभी अस्पतालों में आपातकालीन सेवाएं चालू हो जाएंगी. उन्होंने कहा कि सरकार महत्वपूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए इलेक्ट्रॉनिक गहन देखभाल इकाई (EICU) प्रणाली शुरू करने जा रही है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि आम आदमी क्लिनिक राज्य में स्वास्थ्य सेवा प्रणाली में सुधार के लिए आधारशिला के रूप में कार्य कर रहे हैं. ऐसे क्लीनिकों में अब तक 59 लाख से अधिक मरीज लाभान्वित हो चुके हैं.
मान ने कहा कि जनता के व्यापक हित में, आम आदमी क्लिनिक और सीएम दी योगशाला अवधारणा को पूरे भारत में दोहराया जाना चाहिए.
मुख्यमंत्री ने कहा कि लोगों की भलाई के लिए 550 करोड़ रुपये का सेहतमंद मिशन पंजाब शुरू किया गया है। उन्हें शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में अग्रणी राज्य बनाया जाएगा.
मान ने कहा कि सेहतमंद मिशन पंजाब राज्य भर के सभी सरकारी अस्पतालों को नया रूप देगा.
दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल ने मान सरकार की सराहना करते हुए कहा कि राज्य में स्वास्थ्य क्रांति का युग शुरू हो गया है.
उन्होंने कहा कि इसका उद्देश्य लोगों को मुफ्त में गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करना है. पहले अमीरों को निजी अस्पतालों में गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध थी लेकिन अब आम आदमी को वे सभी सुविधाएं यहां मिलेंगी.
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