राजस्थान (Rajasthan) के दौसा (Dausa) में एक निजी अस्पताल की डॉक्टर अर्चना उपाध्याय ने आत्महत्या कर ली. डॉ अर्चना के पति डॉ सुनीत उपाध्याय ने इस आत्महत्या के पीछे बीजेपी नेता पर आरोप लगाया है.
गाइनिकोलॉजिस्ट डॉ अर्चना ने जिस प्रेग्नेंट महिला का इलाज किया उसकी मौत हो गई जिसके बाद परिवार वालों ने बीजेपी नेताओं की मदद के साथ डॉ अर्चना पर एफआईआर कर दी और अस्पताल के सामने मुआवाजे के लिए प्रदर्शन किया.
मृतका डॉ अर्चना के पति ने कहा कि "प्रेग्नेंट महिला को बचाने की पूरी कोशिश की गई लेकिन हम उसे नहीं बचा सके. हमने उनकी काफी मदद की, मौत के बाद डेड बॉडी को एंब्यूलेंस द्वारा घर पहुंचाया. यहां तक कि मृतक महिला के परिवार वालों ने हमारा धन्यवाद भी किया."
डॉ सुनीत ने आगे बताया कि "शिवशंकर बल्या जोशी (जिसे डॉ किरोड़ीलाल मीणा का संरंक्षण है) ने लाश को अस्पताल के सामने रखकर भीड़ इकट्ठा की और कुछ बीजेपी नेताओं को भी जमा किया. बल्या जोशी के दबाव में पुलिस ने मेरी पत्नी के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया जब ये खबर अखबार में छपी तो मेरी पत्नी डर गई और इस डर के कारण ही उसने ऐसा कदम उठाया."
डॉ सुनीत ने कहा इस तरह से डॉक्टरों को परेशान किया जा रहा है जो सरासर गलत है. साथ ही जयपुर और दौसा के निजी अस्पतालों के डॉक्टरों ने कहा है कि वे इस घटना के लिए उकसाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर हड़ताल पर रहेंगे.
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