राजस्थान (Rajasthan) के दौसा (Dausa doctor death) जिले में एक प्राइवेट हॉस्पिटल की महिला डॉक्टर के सुसाइड का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. इस मामले के विरोध में डॉक्टर्स लाबंद हो गए हैं. जयपुर से लेकर दिल्ली यूपी तक विरोध प्रदर्शन देखने को मिल रहा है. वहीं राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत (CM Ashok Gehlot) ने दुख जताया है. इस मामले में अशोक गहलोत ने कहा है कि मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है और आरोपियों को बख्शा नहीं जाएगा.
सीएम गहलोत ने जताया दुख
गहलोत ने ट्वीट किया, "दौसा में डॉ. अर्चना शर्मा की आत्महत्या की घटना बेहद दुखद है. हम सभी डॉक्टरों को भगवान का दर्जा देते हैं. हर डॉक्टर मरीज की जान बचाने के लिए अपना पूरा प्रयास करता है परन्तु कोई भी दुर्भाग्यपूर्ण घटना होते ही डॉक्टर पर आरोप लगाना न्यायोचित नहीं है."
उन्होंने आगे कहा कि, "डॉक्टरों को डराया जाएगा तो वे निश्चिन्त होकर अपना काम कैसे कर पाएंगे. हम सभी को सोचना चाहिए कि कोविड महामारी या अन्य दूसरी बीमारियों के समय अपनी जान का खतरा मोल लेकर सभी के सेवा करने वाले डॉक्टरों से ऐसा बर्ताव कैसे किया जा सकता है. इस पूरे मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है एवं दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा."
दिल्लीAIIMS में डॉक्टर्स का विरोध
एम्स दिल्ली में रेजिडेंट डॉक्टरों ने एक मरीज के परिचारकों द्वारा डॉ. अर्चना के उत्पीड़न के खिलाफ काले रिबन पहनकर विरोध प्रदर्शन किया, जिसके कारण राजस्थान के दौसा के एक निजी अस्पताल में उसने आत्महत्या कर ली.
जयपुर में पैदल मार्च और कार्यबहिष्कार
दौसा की घटना के विरोध में जयपुर के डॉक्टरों ने भी मोर्चा खोल दिया है. जयपुर के सवाई मान सिंह अस्पताल के JMA परिसर में डॉक्टर्स ने पहले रणनीति बनाई और फिर टोंक रोड होते हुए पैदल-पैदल स्टैचू सर्किल पहुंचे. यहां पर अपनी मांगों को लेकर डॉक्टर्स सड़क पर बैठ गए और रास्ता जाम कर दिया. जब पुलिस ने डॉक्टरों को हटाने की कोशिश कि तो आक्रोशित डॉक्टर्स और पुलिस के बीच बहस भी हुई. वहीं प्राइवेट हॉस्पिटल में डॉक्टरों ने दो घंटे का कार्य बहिष्कार किया जिससे OPD की सेवाएं प्रभावित हुई.
प्राइवेट हॉस्पिटल्स एंड नर्सिंग होम्स सोसायटी के सचिव डॉ. विजय कपूर ने बताया कि जब तक पुलिसकर्मियों को बर्खास्त नहीं किया जाएगा और डॉ. अर्चना को आत्महत्या के लिए उकसाने वालों को पकड़ा नहीं जाएगा तब तक डॉक्टर्स चुप नहीं बैठेंगे.
डॉक्टरों की प्रमुख मांगें
डॉक्टर्स ने 15 सूत्रीय मांग पत्र तैयार किया है जिसमें उनकी सुरक्षा, दोषियों की गिरफ्तारी, डॉ. अर्चना के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज करने वाले पुलिसकर्मियों के बर्खास्तगी की मांग शामिल है.
आगरा में भी डॉक्टरों ने खोला मोर्चा
वहीं इस मामले में आगरा IMA भी लामबंद हो गया है. दौसा आत्महत्या के मामले में IMA प्रेसिडेंट डॉ. राजीव उपाध्याय की अध्यक्षता में बैठक हुई जिसमें 24 घंटे की हड़ताल का ऐलान किया गया है.
आगरा के डॉक्टर्स गुरुवार सुबह 6 बजे से शुक्रवार सुबह 6 बजे तक हड़ताल पर रहेंगे. हड़ताल के दौरान चिकित्सा सेवाएं पूरी तरह बंद रहेंगी. बैठक में इमरजेंसी सेवाओं को भी बंद करने का फैसला किया गया है. हड़ताल के दौरान प्राइवेट क्लीनिक भी बंद रहेगी.
क्या था मामला ?
दरअसल, राजस्थान के दौसा जिले में एक प्राइवेट हॉस्पिटल की महिला चिकित्सक ने मंगलवार को कथित तौर पर फंदे से लटककर आत्महत्या कर ली. पुलिस के अनुसार, डिलीवरी के दौरान एक गर्भवती महिला की मौत हो गई थी, जिसके बाद उसके खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया था.
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