राजस्थान (Rajasthan) के करौली (Karoli) में तनाव की स्थिति पैदा हो गई है. नव संवत्सर (हिंदू केलैंडर के अनुसार नव वर्ष) पर एक बाइक रैली आयोजित की गई जिस पर कथित तौर पर पथराव हो गया. इसके बाद गुस्साई भीड़ ने आगजनी कर दी.
पूरे मामले में कम से कम 15 लोगों को चोटें आई हैं और उग्र भीड़ ने करीब आधा दर्जन से ज्यादा दुकानों में आग लगा दी है. पूरे इलाके में कर्फ्यू लगा दिया गया है.
ये मामला हटवाड़ा के फूटा कोट में हुआ है जहां एसपी शैलेंद्र सिंह इंदौलिया सहित भारी पुलिस बल तैनात है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने करौली में हुई घटना को लेकर डीजी, पुलिस से बात कर स्थिति की विस्तृत जानकारी ली है और पुलिस को हर उपद्रवी से सख्ती से निपटने के निर्देश दिए हैं. साथ ही मुख्यमंत्री ने आमजन से अपील की है कि शांति बनाए रखें एवं कानून-व्यवस्था बनाने में सहयोग करें.
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार करौली में नव वर्ष के मौके पर बाइक रैली का आयोजन किया गया था. इसी दौरान कुछ लोगों ने रैली पर पत्थर फेंक दिए फिर बवाल मच गया. गुस्साए लोगों ने करीब आधा दर्जन से ज्यादा दुकानों में आग लगा दी. पूरे इलाके में तनावपूर्ण माहौल बन गया. इस पथराव में कई लोग घायल भी हो गए हैं. पब्लिक एड्रेस सिस्टम के जरिए अनाउंसमेंट कर लोगों से घरों में रहने की अपील की जा रही है.
एडीजी लॉ एंड आर्डर हवा सिंह घुमरिया ने बताया कि मामले को काबू करने के लिए 50 से ज्यादा सीनियर पुलिस अफसरों को करौली भेजा गया है. एक्स्ट्रा फोर्स भी भेजी गई है. करौली में शान्ति व्यवस्था बनाए रखने के लिए 600 से ज्यादा पुलिसकर्मियों को करौली में तैनात किया गया है.
मामले को लेकर गहलोत सरकार पर बीजेपी हुई हमलावर
बीजेपी उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने गहलोत सरकार पर इस मामले को लेकर निशाना साधा है. राठौड़ ने ट्वीट करके कहा है कि "करौली में हटवाडा बाजार में हिन्दू नव संवत्सर पर निकाली जा रही बाइक रैली पर असामाजिक तत्वों द्वारा पथराव व आगजनी की घटना पुलिस की अदूरदर्शिता व अकर्मण्यता का है परिणाम, जब प्रशासन को रैली की जानकारी पहले से ही थी तो असामाजिक तत्वों को एकत्रित क्यों होने दिया गया?"
वहीं बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनियां ने कहा कि करौली में नव संवत्सर (हिंदू नववर्ष) के उपलक्ष्य में निकाली जा रही बाइक रैली पर पथराव और आगजनी की घटना से भारी जन आक्रोश है. ऐसी घटनाओं की जिम्मेदारी कांग्रेस सरकार की तुष्टिकरण की नीति है. अपराधियों की तुरंत गिरफ्तारी होकर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए. अपराधियों को कांग्रेस सरकार का संरक्षण है.
अभी ये साफ नहीं है कि पथराव किस बात पर शुरू हुआ.
इनपुट- पंकज सोनी
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)