राजस्थान में बेरोजगारी की दर (Rajasthan Unemployment Rate) तेजी से बढ़ती जा रही है. कुछ दिन पहले गैर सरकारी संस्था सेन्टर फॉर मोनिटरिंग इंडियन इकोनॉमी (सीएमआईई) की रिपोर्ट में राजस्थान में दूसरी सबसे ज्यादा बेरोजगारी की दर वाला राज्य बताया गया है. वहीं राजस्थान सरकार के अधिकारिक आकंड़ों में 18.4 लाख से अधिक बेरोजगार कौशल, नियोजन एवं उद्यमिता निदेशालय के पोर्टल पर पंजीकृत हैं जिसमें से 1.90 लाख पात्र उम्मीदवारों को बेरोजगारी भत्ता मिल रहा है. यह वे बेरोजगार हैं, जिन्होंने शिक्षित होने के बाद सरकार से रोजगार की मांग की है.
"बेरोजगारी भत्ता ज्यादा होने की वजह से बेरोजगारी के आंकड़े ज्यादा"- मंत्री
हाालंकि राजस्थान के कौशल, नियोजन एवं उद्यमिता राज्यमंत्री अशोक चांदना इससे इतेफाक नहीं रखते हैं. उन्होंने बेरोजगारी के आंकड़े को लेकर मंगलवार को विधानसभा में कहा कि राजस्थान में बेरोजगारी भत्ता ज्यादा होने की वजह से बेरोजगारी के आंकड़े ज्यादा हुए हैं. उन्होंने दावा किया कि जब से बेरोजगारी भत्ता 3500 और फिर 4000 से 4500 प्रतिमाह किया तब से बड़ी संख्या में युवाओं ने आवेदन किए हैं.
इससे पहले हाल ही में सीएमआईई की जारी रिपोर्ट में बेरोजगारी के मामले में पहले नंबर पर हरियाणा को बताया गया था. जहां 30.6 प्रतिशत बेरोजगारी है. वहीं दूसरे नंबर पर राजस्थान था जहां 24.5 प्रतिशत बेरोजगारी है. तीसरे स्थान पर जम्मू कश्मीर (23.9%), चौथे स्थान पर बिहार (17.3%) और पांचवे स्थान पर त्रिपुरा (14.5%) है.
राज्य सरकार की ओर से मंगलवार को विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान बीजेपी विधायक सतीश पूनियां की तरफ पूछे गए एक प्रश्न के जवाब में युवा मामलात मंत्री अशोक चांदना ने बताया कि शिक्षित बेरोजगार ही भत्ता दिए जाने की योजना में पात्र हैं तथा पात्र आवेदकों को 2 वर्ष तक भत्ता देने का प्रावधान है.
उन्होंने बताया कि कुल 10 लाख 8 हजार शिक्षित बेरोजगारों ने इस योजना में आवेदन किया. जिनमें से 2 लाख 65 हजार आवेदन अपूर्ण होने के कारण आवेदकों को लौटा दिए गए तथा 37 हजार 235 आवेदन पात्र पाए गए हैं. जिन्हें 2 लाख की सीमा के भीतर अगले टर्म की एक तारीख से भत्ता मिलना शुरू हो जाएगा. उन्होंने बताया कि मात्र 28 हजार 985 आवेदन ही जांच के लिए विभाग के पास अब लंबित हैं और मात्र 54 हजार 395 आवेदन ही निरस्त हुए हैं.
विभागीय पोर्टल के हवाले से दी गई जानकारी के अनुसार, 21 फरवरी 2023 को कुल 18,40,044 बेरोजगार पंजीकृत हैं जिनमें 11,22,090 पुरुष और 7,17,555 महिलाएं हैं. इनमें से 21 फरवरी 2023 तक कुल 6,22,043 बेरोजगारों को लाभान्वित किया जा चुका है जिसमें से वर्तमान में 1,90,873 पात्र बेरोजगारों को बेरोजगारी भत्ता दिया जा रहा है.
4 साल में 1062 रोजगार सहायता शिविरों का आयोजन
राज्य सरकार की ओर से सदन में बताया गया कि राज्य में बेरोजगार युवाओं को रोजगार प्रदान करने के लिए रोजगार सहायता शिविरों का आयोजन किया जाता है. जनवरी, 2019 से जनवरी, 2023 तक 1062 रोजगार सहायता शिविरों का आयोजन किया गया तथा इन शिविरों से 108890 युवा लाभान्वित हुए, जिनमें से 87173 बेरोजगारों का निजी क्षेत्र की कंपनियों में प्राथमिक चयन किया गया, 6363 बेरोजगारों को स्वरोजगार के अवसर प्रदान किये गये तथा 15354 बेरोजगारों को प्रशिक्षण के लिए चयनित किया गया.
(इनपुट- पंकज सोनी)
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