शिवसेना (Shiv Sena) नेता और महाराष्ट्र के कैबिनेट मंत्री आदित्य ठाकरे (Aditya Thackeray) को कथित रूप से धमकी (Threats) देने के आरोप में मुंबई पुलिस ने बेंगलुरु से एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है.
जिसके बाद राज्य सरकार ने गुरुवार, 23 दिसंबर को घोषणा करते हुए कहा कि विधायकों और अन्य को धमकी देने की घटनाओं की जांच के लिए एक एसआईटी (SIT) का गठन किया जाएगा और ऐसे मामलों से निपटने के लिए एक नीति तैयार की जाएगी.
महाराष्ट्र विधानसभा में उठा मुद्दा
विधानसभा में बोलते हुए महाराष्ट्र के गृह मंत्री दिलीप वालसे पाटिल ने कहा कि जयसिंह राजपूत के नाम वाले एक व्यक्ति ने आदित्य ठाकरे को धमकी दी थी. उसको कर्नाटक में मुंबई क्राइम ब्रांच की साइबर टीम ने पकड़ लिया और उसे मुंबई लाया गया.
एक पुलिस अधिकारी ने पहले बताया कि जयसिंह राजपूत ने कथित तौर पर 8 दिसंबर को आदित्य ठाकरे को फोन किया था. लेकिन आदित्य ठाकरे ने फोन रिसीव नहीं किया. इसके बाद आरोपी ने मंत्री को धमकी भरे मैसेज भेजे थे.
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे के पास पर्यावरण और पर्यटन विभाग हैं.
जांच के दौरान साइबर पुलिस ने कॉल करने वाले के मोबाइल नंबर को कर्नाटक के बेंगलुरु में ट्रेस किया, जिसके बाद एक टीम को बेंगलुरु भेजा गया. जहां आरोपी व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया. बाद में उसे एक अदालत में पेश किया गया जहां से उसे पुलिस हिरासत में भेज दिया गया.
राज्य विधानमंडल के निचले सदन को संबोधित कर बीजेपी पर आरोप लगते हुए वाल्से पाटिल ने कहा कर्नाटक में बीजेपी की सरकार है और आरोपी उसी राज्य से हैं. उन्होंने कहा कि ठाकरे को धमकी देने वाले को भी उसी राज्य से गिरफ्तार किया गया था और क्या यह एक "बड़ी साजिश" का हिस्सा है.
वाल्से पाटिल का साथ देते हुए एनसीपी नेता नवाब मालिक ने कहा कि एक मंत्री को धमकी मिलना वाकई एक गंभीर मुद्दा है. नवाब मालिक ने सदन को बताया कि उन्हे भी धमकियां मिल रहीं है.
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