उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में गंगाघाट पर मिले शवों को लेकर एक बार फिर विवाद शुरू हो गया है. कुछ दिन पहले गंगा के घाट पर बड़ी संख्या में शव दफनाने के फोटो और वीडियो वायरल हुए थे, जिसको लेकर कई सवाल खड़े हुए थे. अब प्रयागराज के फाफामऊ और श्रृंग्वेरपुर घाट पर सफाई कर्मियों ने दफनाए गए शवों से चुनरी और किनारे लगी लकड़ियों को हटा दिया.
वायरल वीडियो को लेकर ऐसा कहा जा रहा है कि दबे हुए शवों का पता न चले इसलिए .ये हटाया गया है, वहीं इस मामले में प्रशासन का कहना है कि ऐसा करने वालों के खिलाफ एक्शन लिया जाएगा.
न्यूज चैनलों पर और सोशल मीडिया पर जारी वीडियो और फोटो में दिख रहा है कि शवों से कपड़े हटाए जा रहे हैं, जो बेहद गंभीर मामला है, इसकी जांच के लिए दो सदस्यीय कमेटी बनाई गई है. दोषी पाए गए लोगों के खिलाफ एक्शन लिया जाएगा.
बताया जा रहा है कि अफसरों की मौजदूगी में सफाई कर्मियों को तैनात कर पूरे घाट से चुनरी हटवाई गई. शव दफ्न करने के बाद पहचान के लिए किनारे लकड़ी गाड़ दी गई थी . घाट पर रोजाना बड़ी संख्या में शव दफनाए जा रहे थे. तब तो प्रशासन ने कोई कदम नहीं उठाया. इसलिए लोगों को जहां जगह मिली उन्होंने शवों को वहां दफना दिया. . गंगा घाट पर इतनी बड़ी संख्या में शव दफनाए जाने को लेकर पर्यावरण के कई जानकारों ने भी सवाल उठाए थे.
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इस मामले पर अब राजनीति भी जारी है. कांग्रेस नेता प्रियंका गाधी ने भी नाराजगी जताते हुए ट्वीट किया है-
जीते जी ढंग से इलाज नहीं मिला, कितनों को सम्मान से अंतिम संस्कार नहीं मिला. सरकारी आंकड़ों में जगह नहीं मिली. अब कब्रों से रामनामी भी छीनी जा रही है. छवि चमकाने की चिंता में दुबली होती सरकार पाप करने पर उतारू है. ये कौन सा सफाई अभियान है?ये अनादर है-मृतक का, धर्म का, मानवता का
वहीं श्रीनिवास बी ने सीएम योगी पर हमला करते हुए एक वीडियो शेयर करते हुए लिखा है-
किन शब्दों में इन दृश्यों को बयां करू पता नही,लेकिन जो हो रहा है वो कोई धर्म इजाजत नही देताये दुस्साहस मत कीजिये योगी जी, आज नही तो कल एक दिन सबकी बारी आनी है.
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