अलीगढ़ मुस्लिम लीग यूनिवर्सिटी में पाकिस्तान के संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना की तस्वीर लगे होने का मामला शांत नहीं हो रहा है. बीजेपी में इसे लेकर विरोधाभासी आवाजें उठ रही हैं.अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट्स यूनियन के दफ्तर में जिन्ना की तस्वीर लगाए जाने पर बीजेपी के स्थानीय विधायक सतीश गौतम ने पूछा है कि यह कितना तार्किक है? इसके खिलाफ बीजेपी नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने जिन्ना को महापुरुष करार दिया.
स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा,
जिन महापुरुषों का देश के निर्माण में हाथ रहा है उन पर कोई उंगली उठाता है तो यह बेहद घटिया बात है. देश के बंटवारे से पहले जिन्ना का योगदान भी इस देश में था.इस प्रकार के बकवास बयान, चाहे उनके दल के सांसद-विधायक दें या दूसरे दलों के, उनकी लोकतंत्र में मान्यता नहीं है.स्वामी प्रसाद मौर्य, बीजेपी नेता
महेंद्र सिंह की लगाएं तस्वीर
इस बीच, बीजेपी सतीश गौतम ने एएमयू को पत्र भेजकर कुलपति तारिक मंसूर से इस बारे में स्पष्टीकरण मांगा है. गौतम ने लिखा है अगर वे लोग यूनिवर्सिटी में कोई तस्वीर ही लगाना चाहते हैं तो उन्हें महेंद्र प्रताप सिंह जैसे महान लोगों की तस्वीर लगानी चाहिए, जिन्होंने यूनिवर्सिटी बनाने के लिए अपनी जमीन दान में दी थी. गौतम के इस पत्र पर एएमयू छात्रसंघ अध्यक्ष मशकूर अहमद उस्मानी ने सवाल किया है कि जब तस्वीर आजादी से पहले छात्रसंघ की तरफ से छात्रसंघ हॉल में लगी है तो सांसद ने कुलपति को पत्र क्यों लिखा है? तस्वीर छात्रसंघ के हॉल में लगी है. उन्हें छात्रसंघ को पत्र लिखना चाहिए, हम लोग उनके पत्र का मुंहतोड़ जवाब देंगे.
एएमयू के प्रोफेसर शैफी किदवई ने इस बारे में कहा कि यूनिवर्सिटी का छात्रसंघ एक स्वतंत्र संस्था है. छात्रसंघ ने 1920 में आजीवन सदस्यता देने की शुरुआत की थी. महात्मा गांधी और जिन्ना को भी सदस्यता मिली थी, तब वहां जिन्ना की तस्वीर लगाई गई थी.
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