कावेरी मैनेजमेंट बोर्ड के गठन के मुद्दे पर तमिलनाडु में आंदोलन का असर गुरुवार सुबह से देखा जा रहा है. राज्य के अधिकांश इलाकों में दुकानें बंद हैं. वहीं सड़कों पर पब्लिक वाहनों को भी नहीं चलने दिया जा रहा है. प्रमुख विपक्षी पार्टी डीएमके की तरफ से ‘रोड रोको आंदोलन’ का आयोजन किया जा रहा है.
कई विपक्षी पार्टियों का सपोर्ट
डीएमके को ट्रेड यूनियनों सहित कई अन्य राजनीतिक पार्टियों ने भी समर्थन दिया है. कथित तौर पर नदी जल बंटवारे से संबंधित विवाद को लेकर जहर खाने वाले एक व्यक्ति की बुधवार को मौत हो गई थी. इसके बाद ये मामला और ज्यादा संवेदनशील हो गया. हालांकि सड़कों पर सुरक्षा बल तैनात हैं और किसी भी अनहोनी से निपटने के लिए पूरी तरह मुस्तैद दिख रहे हैं.
- 01/14राज्यभर में जन-जीवन प्रभावित
- 02/14पुलिस और बंद समर्थकों के बीच झड़प
- 03/14पुलिस बल मुस्तैद
- 04/14डीएमके नेता विरोध प्रदर्शन करते हुए
- 05/14किसी भी चुनौती से निपटने के लिए पूरी तरह मुस्तैद पुलिस
- 06/14पुलैस तैनात
- 07/14सड़कों पर दिख रहा है सन्नाटा
- 08/14तमिलनाडु के हर इलाके में दिख रहा है असर
- 09/14अजब-गजब तरीके से विरोध जताते प्रदर्शनकारी
- 10/14कोयंबटूर में विरोध प्रदर्शन करते लोग
- 11/14चेंन्नई में दुकानें बंद
- 12/14गुरुवार सुबह से ही बाजार बंद
- 13/14बंद का असर दिख रहा चेन्नई में
- 14/14होसुर में नहीं चल रही है बसें
संसद में जोरदार हंगामा
कावेरी प्रबंधन बोर्ड के गठन की मांग को लेकर बुधवार को लोकसभा में भी जमकर हंगामा हुआ है. एआईएडीएमके के सदस्यों के हंगामे के कारण लोकसभा की बैठक शुरू होने के कुछ ही देर बाद स्थगित कर दी गयी. राज्यसभा में भी इस मुद्दे को लेकर जोरदार हंगामा हुआ.
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