ऑक्सीजन, बेड, अस्पतालों की कमी को लेकर एक के बाद एक बीजेपी के विधायकों समेत दूसरे नेताओं की आपत्ति सामने आ रही है. अब बीजेपी के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष और बरेली कैंट से विधायक राजेश अग्रवाल ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर बताया है कि बरेली में ऑक्सीजन की भारी कमी है और अग्रवाल ने ये आरोप भी लगाया है कि बरेली को मिलने वाले ऑक्सीजन को दूसरे जिलों में भेज दिया जा रहा है.
बरेली में ऑक्सीजन समाप्त, व्यवस्था भंग? बार-बार बरेली आ रही है ऑक्सीजन को अन्य जनपदों को भेज देते हैं? लोगों की सांसें संकट में ?व्यवस्था हेतु मा० मुख्यमंत्री श्री MYogiAdityanath जी को अवगत कराया. शीघ्र मदद की उम्मीद.राजेश अग्रवाल, विधायक, बरेली कैंट
इससे पहले 25 अप्रैल को राजेश अग्रवाल ने अपने फेसबुक अकाउंट पर सीएम योगी आदित्यनाथ से आग्रह किया था कि बरेली कमिश्नरी को लखनऊ, गोरखपुर और दूसरी कमिश्नरियों से कम नहीं आंका जाए.
बरेली को रोज कम से कम 25 से 30 टन ऑक्सिजन की आवश्यकता है.कृपया सीएम योगी आपूर्ति हेतु तुरंत आदेशित करने का कष्ट करें. बरेली के मिलिट्री हॉस्पिटल की एक शाखा को दिल्ली की तरह जनता हेतु खोला जाये.राजेश अग्रवाल, विधायक, बरेली कैंट
भदोही से विधायक ने भी लापरवाही का आरोप लगा लिखी थी चिट्ठी
इससे पहले हाल ही में भदोही से विधायक दीनानाथ भाष्कर ने सीएम को चिट्ठी लिखकर बीजेपी नेता की मौत में लापरवाही का आरोप लगाया और राज्य सरकार से इसकी जांच कराने की मांग की.दरअसल, भदोही जिले के बीजेपी महामंत्री लाल बहादुर मौर्य की कोरोना वायरस संक्रमण से 27 अप्रैल को मौत हो गई. परिवारवालों का आरोप है कि उन्हें रेमिडेसिविर इंजेक्शन के लिए काफी मशक्कत की लेकिन मिल नहीं सका, आईसीयू में दाखिला तक नहीं हो सका. दीनानाथ भाष्कर ने चिट्ठी में लिखा है कि लाल बहादुर मौर्य बलवंत सिंह चिकित्सालय के डॉक्टर ने कहा कि 'आप तो जिला महामंत्री हो भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनवाए हो तो तुम्हारी जांच व इलाज योगी जी , जिला अधिकारी और मुख्य चिकित्सा अधिकारी ही आकर करेंगे.'
सांसद, मंत्री की भी चिट्ठी आई है सामने
राज्य में संक्रमण की तेज रफ्तार की वजह से अस्पताल और ऑक्सीजन की कमी की बात लगातार सामने आ रही है. मेरठ-हापुड़ से बीजेपी सांसद राजेंद्र अग्रवाल ने हाल ही में खत लिखकर सीएम से ऑक्सीजन आपूर्ति की बात कही थी. उन्होंने लिखा था कि मेरठ के सभी सरकारी और गैर-सरकारी अस्पताल ऑक्सीजन की अपर्याप्त आपूर्ति के संकट से जूझ रहे हैं.
श्रम कल्याण परिषद के राज्यमंत्री सुनील भराला ने भी मेरठ के सरकारी/निजी अस्पताल में बेड, ऑक्सीजन और रेमिडिसीविर जैसी जीवनरक्षक दवाओ की भारी कमी के बारे में सीएम को लिखा था. राजधानी लखनऊ के मोहनलालगंज से बीजेपी सांसद कौशल किशोर अपने भाई को कोविड-19 से गंवा चुके हैं और वो कई बार ऑक्सीजन की सप्लाई, अस्पतालों में बेड की व्यवस्था को लेटर राज्य सरकार को लिख चुके हैं.
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