उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के शामली जिले के बिडोली में एक युवक की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई है. मृतक के परिजनों का आरोप है कि युवक की मौत पुलिस की पिटाई से हुई है. परिजनों ने पुलिस पर मारपीट करने सहित कई और गंभीर आरोप लगाए हैं. इधर, पुलिस ने सभी आरोपों से इनकार किया है.
क्या है मामला?
घटना शामली के झिझाना क्षेत्र के बिडोली की है. परिजनों के अनुसार, बिडोली के सादात गांव का निवासी फुरकान (34 वर्षीय) उर्फ भूरा को पुलिस रविवार, 18 फरवरी की देर रात उठाकर ले गयी थी. जिसके आधे घंटे बाद ही वह फुरकान के शव को घर के बाहर छोड़कर चली गई.
परिजनों ने आरोप लगाया है कि पुलिस ने उनके भाई के साथ मारपीट की और गर्दन तोड़कर उसे मौत के घाट उतार दिया. मृतक के बहन ने कहा कि घर से फुरकान को ले जाने के बाद पुलिस कुछ देर बाद ही उसके शव को घर पर यह कह कर डाल गई कि यह पुलिस के डर से घबरा रहा है.
परिजनों ने बिडोली चौकी पुलिस पर निर्दोष को पीट-पीटकर हत्या करने का आरोप लगाया है. मृतक अपने पीछे पांच बेटियां और एक पुत्र को छोड़ गया है.
युवक की मौत की खबर मिलते ही मौके पर सैकड़ों की संख्या में लोगों की भीड़ एकत्रित हो गई. कुछ वक्त बाद पुलिस भी शव को कब्जे में लेने के लिए पहुंची लेकिन भीड़ ने पुलिस को शव उठाने नहीं दिया.
पुलिस ने युवक को हिरासत में लेने की बात से किया इनकार
मामले पर शामली पुलिस ने अपने तरफ से आधिकारिक बयान जारी कर फुरकान को थाने ले जाने की बात से इनकार किया है. पुलिस ने अपने बयान में दावा किया कि फुरकान पहले से बीमार था और घर पर पुलिस की दबिश के दौरान उसकी तबियत अचानक खराब हो गई.
फिलहाल, पुलिस ने मुश्किल से शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में ही मरने का सही कारण सामने आएगा. पुलिस मामले की जांच कर रही है.
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