पूरे देश में 3 मई तक लॉकडाउन लगा हुआ है. इस बीच कोटा में उत्तर प्रदेश के फंसे 30 बच्चों को प्रदेश वापस लाया गया, जहां से उन्हें उनके घर भेज गया. जिला मजिस्ट्रेट अमित सिंह ने बताया कि, 19 अप्रैल की शाम को बच्चे मुजफ्फरनगर पहुंचे, जहां जांच के बाद उन्हें उनके घर भेज दिया गया.
कोटा में इंजीनिरिंग और मेडिकल की तैयारी के लिए हर साल हजारों बच्चे जाते हैं. इस साल लॉकडाउन की वजह से वहां कई बच्चे फंस गए थे, उन्होंने वहां से सुरक्षित निकालने के लिए मुख्यमंत्री से अपील की थी. जिसके बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने बच्चों को वहां से लाने के लिए 2,000 बसें भेजी थीं.
सभी बच्चों को उनके घर में ही क्वारंटीन किया जाए : योगी
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि राजस्थान के कोटा से बस द्वारा लाए गए सभी बच्चों को उनके घर में ही क्वारंटीन किया जाए.
मुख्यमंत्री ने सोमवार सुबह टीम 11 के अधिकारियों की एक बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि सभी बच्चों को आरोग्य ऐप डाउनलोड करने और उसमें दिए गए निर्देशों का पालन करने के लिए कहा जाए.
DM ने कहा, 'घर के अंदर रहना चाहिए'
लॉकडाउन बढ़ने से एक दिन पहले 14 अप्रैल को, कोटा प्रशासन ने स्पेशल परमिट को रद्द कर दिया था, जो पहले छात्रों को उनके घर वापस जाने के लिए जारी किया गया था.
कोटा डीएम ने जोर देकर कहा था कि यह महत्वपूर्ण है कि लॉकडाउन के दौरान कोई यात्रा न करे. कोटा जिले में 16 अप्रैल तक कोरोना वायरस के 84 पॉजिटिव मामले सामने आए थे.
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