उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के कासगंज (Kasganj) जिले के नगर पंचायत भरगैन स्थित दो कॉलेज और एक कोल्डस्टोर को सीज कर दिया गया है. कासगंज जिला प्रशासन की तरफ से ये कार्रवाई जिला अधिकारी हर्षिता माथुर के आदेश पर हुई है. कॉलेज और कोल्ड स्टोर एसपी नेता अहमद नफीस और उर्फ कालिया की है. इस कार्रवाई के बाद से 1700 छात्रों की पढ़ाई पर संकट आ गया है. वहीं किसानों की भी मुसीबत बढ़ गई है.
छात्रों के भविष्य पर संकट
17 नवंबर को प्रशासन ने हज्जिन सादिका बेगम महाविद्यालय और अहमद नफीस टीचर्स ट्रेनिग सेंटर को सील कर दिया था. दो कॉलेज सील होने से अब छात्रों के सामने पढ़ाई और परीक्षा का संकट खड़ा हो गया है. 1 दिसंबर से परीक्षा होनी है. अब छात्रों को समझ नहीं आ रहा कि वो क्या करें.
कॉलेज प्रशासन ने बताया कुछ छात्र अभी तक परीक्षा फॉर्म तक नहीं भर पाए हैं. कॉलेज के दस्तावेज भी सीज कर लिए गए हैं. इस वजह से पढ़ाई ठप हो गई है. वहीं अहमद नफीस टीचर्स ट्रेनिंग कॉलेज के लगभग 160 छात्रों की पढ़ाई भी प्रभावित हो रही है.
क्विंट से बातचीत में हज्जिन सादिका बेगम महाविद्यालय के छात्र रजत सक्सेना ने बताया, "कॉलेज को प्रशासन ने सील सीज कर दिया है. एक दिसंबर से हमारी परीक्षाएं शुरू हो रही हैं. ऐसे में हमारी पढ़ाई भी प्रभावित हो रही है और परीक्षा कैसे होगी ये भी साफ नहीं है."
वहीं बीए की छात्रा चांदनी शाक्य ने कहा, "अभी तक हम लोगों को परीक्षा प्रवेश पत्र तक नहीं मिला है. हमारी मांग है कि जल्द से जल्द क्लास शुरू की जाए."
वहीं हज्जिन सादिका बेगम महाविद्यालय के प्राचार्य डा. संजय दीक्षित ने बताया हमारे कॉलेज में लगभग 1700 छात्रों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है. विश्वविद्यालय ने छात्रों के परीक्षा का कार्यक्रम जारी कर दिया है.
कोल्ड स्टोर सील होने से किसान परेशान
17 नवंबर को ही प्रशासन ने अहमद नफीस कोल्ड स्टोरेज प्राइवेट लिमिटेड को भी सील कर दिया था. जिससे कोल्ड स्टोरेज की यूनिट ठप पड़ी हुई है. किसानों का कहना है इसमें आलू रखे हुए है. अब कोल्डस्टोरेज बंद है, जिससे हमारी फसल सड़ने के कगार पर है.
"हम आठ-दस दिनों से अपने आलू को निकालने के लिए चक्कर काट रहे है, लेकिन निकल नही पा रहा हैं. अधिकारी कह देते है निकल जाएगा. अब हमारी फसल सड़ने की कगार पहुंच चुकी है."सर्वेश, किसान
दूसरे किसान अमर पाल का कहना है कि नियमानुसार प्रशासन को सील करने से पहले हम लोगों की फसल को निकलना चाहिए था. फसल खराब होने पर हमें मुआवजा कौन देगा?
कोल्डस्टोरेज के मैनेजर ने बताया कि यहां करीब 10,000 बोरी आलू रखी हुई है. यहां की मशीनें भी बंद हो चुकी हैं, क्योंकि कोल्ड स्टोर को सील कर दिया गया है. फसल खराब हो रही है. अब सील खुलने के बाद ही किसान अपनी फसल निकाल सकेंगे.
क्यों हुई एसपी नेता पर कार्रवाई?
जिला अधिकारी हर्षिता माथुर के आदेश के मुताबिक एसपी नेता अहमद नफीस और उर्फ कालिया के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की गई है. प्रशासन ने अहमद नफीस की एक अरब से ज्यादा की संपत्ति को सीज किया है. जिसमें दो कॉलेज, कोल्ड स्टोरेज समेत भट्टे और दुकानें शामिल हैं.
लखनऊ विश्वविद्यालय के एक कॉलेज में लॉ के असिस्टेंट प्रोफेसर अब्दुल हफीज गांधी ने प्रशासन की इस कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए कहा कि स्कूल और कोल्ड स्टोरेज जैसी चीजें सार्वजनिक होती हैं, ऐसे में इन्हें सीज करना गलत है. दूसरी तरफ प्रशासन को अगर ये करना ही था तो बच्चों की पढ़ाई और परीक्षा की वैकल्पिक व्यवस्था करवानी चाहिए थी. प्रशासन को किसानों को नोटिस देकर पहले बताना चाहिए था कि वो अपनी फसल निकाल लें या किसानों के लिए अभी वैकल्पिक व्यवस्था करनी चाहिए थी.
अधिकारी ने क्या कहा?
कासगंज की जिला अधिकारी हर्षिता माथुर ने बताया ये कॉलेज और कोल्ड ये सामाजिक चीजें हैं. ये हमारे संज्ञान में है. सामाजिक हितों को मद्देनजर रखते हुए हम जल्द ही कोई रास्ता निकालेंगे.
(इनपुट: शुभम श्रीवास्तव)
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