उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में एक बार फिर पुलिस की दबंगई देखने को मिली है. कौशाम्बी जिले में थानाध्यक्ष ने एक फल विक्रेता के फल ठेले से उठाकर सड़क पर फेंक दिए और कथित तौर पर फर्जी मुकदमें में जेल भेजने की धमकी भी दी.
थानाध्यक्ष की दबंगई का वीडियो अब सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है. अब मामले की जांच कराई जा रही है.
क्या है पूरा मामला?
मामला यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के गृह नगर सिराथू तहसील के सैनी कोतवाली का है. जहां सैनी कस्बे में सड़क के किनारे फुटपाथ पर कुछ फल विक्रेता दुकान लगाकर फल बेचते हैं.
21 जुलाई की शाम सैनी कोतवाली के कोतवाल सुभाष चौरसिया सिपाहियों के साथ पैदल गश्त कर रहे थे. इस दौरान उन्होंने कस्बे में देखा कि कुछ फल विक्रेता सड़क के किनारे फुटपाथ पर ठेला लगाकर फल बेच रहे हैं.
आरोप है कि सड़क के किनारे फुटपाथ पर ठेला लगा देख वर्दी का रौब दिखाते हुए फल विक्रेता राम कुमार सोनकर के फल को सड़क पर फेंक दिया और गाली गलौज करने लगे.
फल विक्रेताओं का आरोप है कि कोतवाल ने दोबारा फुटपाथ पर ठेला लगाने पर फर्जी मुकदमे में जेल भेजने की धमकी भी दी है. इस पूरी घटना का किसी शख्स ने वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया.
मामले की जांच के आदेश
वीडियो वायरल होने पर पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है. पुलिस अधीक्षक बृजेश श्रीवास्तव ने वायरल वीडियो का संज्ञान लेते हुए पूरे मामले की जांच सीओ सिराथू अवधेश विश्वकर्मा को सौंपी है. उनका कहना है कि सीओ सिराथू से इस पूरे मामले की जांच कराई जा रही है. जांच में जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
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