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वाराणसी: अजान के वक्त मंदिरों में लाउडस्पीकर लगाकर होगा हनुमान चालीसा का पाठ

महाराष्ट्र से शुरू हुआ लाउडस्पीकर विवाद अब वाराणसी पहुंच चुका है

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राष्ट्रीय हिन्दू दल ने ऐलान किया है कि वाराणसी के 21 मंदिरों में दिन के पांचों वक्त अब हनुमान चालीसा (Hanuman Chalisa) का पाठ किया जायेगा और इसके लिए हर मंदिर में लाउडस्पीकर भी लगाए जायेंगे. राष्ट्रीय हिन्दू दल के अनुसार इसकी शुरुआत 16 अप्रैल (हनुमान जयंती) से होगी.

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हमारा मकसद शौहार्द बिगाड़ना नहीं- राष्ट्रीय हिन्दू दल

जहां एक तरफ राष्ट्रीय हिन्दू दल ने दावा किया कि उनका मकसद शौहार्द बिगाड़ना नहीं है, वहीं उसके अध्यक्ष रोशन पांडेय ने विवादस्पद बयान भी दिया है. उन्होंने कहा है कि काशी में प्रतिदिन सुबह-सुबह तेज व कर्कश आवाज में काशी वासियों को अजान की आवाज सुनाई देती है. जिससे सभी को परेशानी होती है.

"हम लोगों ने सुबह की शुरुआत मधुर हनुमान चालीसा पाठ से करने का निर्णय लिया है. सर्वप्रथम काशी के 21 मंदिरों में लाउडस्पीकर लगवाया जा रहा है. धीरे-धीरे इसकी संख्या बढ़ाई जाएगी"
रोशन पाण्डेय, राष्ट्रीय हिन्दू दल

राष्ट्रीय हिन्दू दल के अध्यक्ष रोशन पांडेय ने अपने इस 'मुहीम' के पीछे काशी की धार्मिक संस्कृति को बढ़ावा देने को तर्क बताया है.

बताया की लंका के नगवा, रविदास पार्क, सामने घाट, दुर्गाकुंड, गुरुधाम चौराहा, धर्मसंघ भवन, भेलूपुर के बाजरडीहां, मदनपुरा, चौकाघाट पानी टंकी, लहुराबीर चौराहा समेत काशी में घनी आबादी वाले इलाकों में कुल 21 मंदिर फिलहाल चिन्हित किए गए हैं. जहां से हनुमान जयंती पर हनुमान चालीसा का पाठ शुरू कराया जाएगा.

राष्ट्रीय हिंदू दल के अध्यक्ष रोशन पांडे ने दावा किया है कि हाईकोर्ट ने पीआईएल के जवाब में एक टिप्पणी की थी, जिसमें कहा गया था कि अजान के समय लाउडस्पीकर बजाना उनके धर्म का हिस्सा नहीं है. ऐसे में उसे बंद किया जा सकता है.

रोशन के मुताबिक वह जल्द ही वाराणसी के जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा से मिलकर हाई कोर्ट की टिप्पणी पर उनका ध्यान आकर्षित करायेंगे.

(इनपुट- चंदन पांडेय)

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