पीएनबी घोटाला मामले की सुनवाई अब सुप्रीम कोर्ट में होगी. दरअसल इस घोटाले को लेकर सुप्रीम कोर्ट में एक जनहित याचिका (पीआईएल) दायर की गई थी. जिसे सुप्रीम कोर्ट ने स्वीकार कर लिया है.
करीब 11,400 करोड़ रुपये के पीएनबी धोखाधड़ी मामले में एसआईटी जांच और अन्य राहत से जुड़ी इस जनहित याचिका पर कोर्ट में शुक्रवार को सुनवाई होगी.
सोमवार को दायर की गई थी याचिका
पीएनबी घोटाले की जांच एसआईटी से कराने के लिए सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में दो याचिकाएं दायर की गईं थीं. दिल्ली के दो वकीलों ने यह याचिका दायर की थी.
इस बीच, सीबीआई ने सोमवार को इस मामले में 39 जगहों पर छापेमारी की. इनमें से 10 ठिकाने मुंबई के हैं. अब तक स्कैम के सिलसिले में 5716 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की जा चुकी है.
नीरव मोदी का कर्ज लौटाने से इनकार
इस धोखाधड़ी के मुख्य आरोपी नीरव मोदी ने बैंक का कर्ज लौटाने से इनकार किया है. नीरव ने कहा है कि पंजाब नेशनल बैंक ने मामले को सार्वजनिक कर उससे बकाया वसूलने के सारे रास्ते बंद कर लिए हैं.
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नीरव का दावा है कि पीएनबी का उसकी कंपनियों पर बकाया बैंक की तरफ से बताई गई राशि से बेहद कम है. पीएनबी प्रबंधन को 15-16 फरवरी को लिखे एक पत्र में मोदी ने कहा कि उसकी कंपनियों पर बैंक का बकाया 5,000 करोड़ रुपये से कम है.
नीरव मोदी ने कहा कि '13 फरवरी को की गई मेरी पेशकश के बावजूद बैंक ने जानकारी 15 फरवरी को सार्वजनिक कर दी. बैंक की इस कार्रवाई ने मेरे ब्रांड और मेरे कारोबार को बर्बाद कर दिया है, जिसके कारण अब बकाया राशि वसूलने की बैंक की क्षमता सिमट कर रह गई है.
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(क्विंट और बिटगिविंग ने मिलकर 8 महीने की रेप पीड़ित बच्ची के लिए एक क्राउडफंडिंग कैंपेन लॉन्च किया है. 28 जनवरी 2018 को बच्ची का रेप किया गया था. उसे हमने छुटकी नाम दिया है. जब घर में कोई नहीं था,तब 28 साल के चचेरे भाई ने ही छुटकी के साथ रेप किया. तीन सर्जरी के बाद छुटकी को एम्स से छुट्टी मिल गई है लेकिन उसे अभी और इलाज की जरूरत है ताकि वो पूरी तरह ठीक हो सके. छुटकी के माता-पिता की आमदनी काफी कम है, साथ ही उन्होंने काम पर जाना भी फिलहाल छोड़ रखा है ताकि उसकी देखभाल कर सकें. आप छुटकी के इलाज के खर्च और उसका आने वाला कल संवारने में मदद कर सकते हैं. आपकी छोटी मदद भी बड़ी समझिए. डोनेशन के लिए यहांक्लिक करें. )
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