उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के बलिया (Ballia) में अचानक से मौतों की संख्या बढ़ने लगी है. जिला स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार जिला अस्पताल में तीन दिनों में कुल 54 मरीजों की मौत हो गई. कयास लगाए जा रहे हैं कि इन दिनों गर्मी बढ़ती हुई मौतों की संख्या पीछे की वजह हो सकती है, लेकिन अभी इसके पीछे के स्पष्ट कारणों का पता नहीं चल पाया है. इसका पता लगाने के लिए 18 जून को लखनऊ से एक जांच टीम बलिया आने वाली है.
जिला अस्पताल के प्रभारी चिकित्सा अधीक्षक डॉ एस के यादव ने मीडिया से बातचीत में बताया कि जिला अस्पताल में गत 15 जून को 154 रोगी भर्ती हुए थे, जिसमें 23 रोगियों की अलग-अलग कारणों से मृत्यु हुई है. 16 जून को भर्ती की संख्या 137 और कुल मृत्यु 20, 17 जून को 11 रोगियों की विभिन्न कारणों से मृत्यु हुई है. इस तरह से 3 दिन में मौतों का आंकड़ा 54 हो गया.
डॉ एस के यादव ने स्वीकार किया है कि बलिया में रूटीन से ज्यादा लोग मर रहे हैं और मरने वालों में ज्यादातर लोग 60 साल से ऊपर के हैं.
लखनऊ से बलिया आ रही जांच टीम
बलिया जिला अस्पताल पहुंचे आजमगढ़ मंडल के अपर स्वास्थ्य निदेशक ओपी तिवारी ने बताया कि बलिया में मौत को लेकर रविवार को लखनऊ से बलिया टीम आ रही है. टीम जांच करके मौत के कारणों का पता लगाएगी. उन्होंने कहा कि हो सकता है कि कोई ऐसी बीमारी हो जो पकड़ में न आ रही हो.
उन्होंने बताया कि गर्मी और जाड़े में मधुमेह, श्वास और रक्त चाप के रोगियों की मृत्यु दर बढ़ जाती है. इस समय तापमान बढ़ गया है, हो सकता है कि कुछ तापमान का असर हो और बीमारी उभर जाने से मौत हो गई हो.
उन्होंने पूछे जाने पर स्पष्ट किया है कि उनके पास मौत का कोई आंकड़ा नहीं है. हालांकि बीते दिन जिला स्वास्थ्य विभाग ने गर्मी को मौतों का कारण बताया था.
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