उत्तरकाशी एवलॉन्च हादसे में अब तक 26 शव बरामद कर लिए गए हैं. 4 शवों को डोकरानी बामक एडवांस बेस कैंप से उत्तरकाशी जिला अस्पताल लाया गया है. जिला अस्पताल में चारों शव का पोस्टमार्टम किया जा रहा है.
बता दें, द्रौपदी का डांडा 2 में एवलॉन्च की दुर्घटना के बाद रेस्क्यू अभियान जारी है. अब तक 26 शव बरामद कर लिए गए हैं. 4 शवों को डोकरानी बामक एडवांस बेस कैंप से उत्तरकाशी जिला अस्पताल लाया गया है. जिला अस्पताल में चारों शव का पोस्टमार्टम चल रहा है. इस बीच मृतक के परिजन भी अस्पताल पहुंचे और अपनों की शव देखकर परिजनों में चीख पुकार मच गई.
अस्पताल में लाए गए चारों शव की शिनाख्त हो चुकी है. चार शवों में प्रशिक्षक सविता कंसवाल, नवमी रावत, कुमाऊं के निवासी अजय बिष्ट और हिमाचल शिमला निवासी शिवम कैंथोला के शव शामिल हैं.
बता दें, उच्च हिमालयी क्षेत्र में प्रशिक्षण के लिए निकले नेहरू पर्वतारोहण संस्थान के दल में से 29 सदस्य रविवार को डोकराणी बामक ग्लेशियर क्षेत्र में हिमस्खलन की चपेट में आने के बाद लापता हो गए थे. बृहस्पतिवार सुबह करीब साढ़े सात बजे से घटना स्थल पर रेस्क्यू अभियान शुरू हुआ. पैदल गई एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, आईटीबीपी की टीम बुधवार को घटना स्थल से तीन घंटे की दूरी तक पहुंच गई थी.
बृहस्पतिवार सुबह पौ फटते ही रेस्क्यू दल ने घटना स्थल की ओर बढ़ना शुरू किया था. करीब साढ़े सात बजे दल ने घटना स्थल पर पहुंच कर रेस्क्यू अभियान शुरू किया, जबकि हाई एल्टीट्यूड वार वेलफेयर स्कूल गुलमर्ग की टीम मातली हेलीपैड से सीधे घटना स्थल पर उतरी. यहां से 15 शव बरामद किए गए. फिलाहाल, एसडीआरएफ के 8, हाई एल्टीट्यूट वार फेयर स्कूल गुलमर्ग (हॉज) के 14 और सेना के 12 सदस्य रेस्क्यू अभियान में जुटे हुए हैं.
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