हरिद्वार (Haridwar) में दो दिनों तक चलने वाली विश्व हिंदू परिषद (VHP Meeting) के केंद्रीय मार्गदर्शक मंडल की बैठक का 12 जून को आखिरी दिन था. इस बैठक में देशभर से आए साधु-संतों और वीएचपी के पदाधिकारियों ने कई मुद्दों पर चर्चा की और धर्मांतरण, समान नागरिक कानून (UCC) सहित 4 प्रस्ताव पारित किए गए.
बैठक के बाद विश्व हिंदू परिषद ने प्रेस कान्फ्रेंस आयोजित की जहां वीएचपी के महामंत्री मिलिंद परांडे ने बताया कि बैठक में सर्वसम्मति से चार विषयों को महत्वपूर्ण मानते हुए प्रस्ताव पारित किये गए हैं-
परिवारों को जागृत कर समाज में पारिवारिक आत्मा और देश के प्रति जिम्मेदारी का भाव जागृत करने के उद्देश्य से कार्य करने की आवश्यकता है.
देश में धड़ल्ले से चल रहे अवैध धर्मांतरण पर तत्काल रोक लगाने के लिए कठोर कानून बनना चाहिए.
देश में समान नागरिक कानून को व्यापक विचार विमर्श के बाद सर्वसम्मति के आधार पर लागू करना चाहिए.
देश के सभी मठ-मंदिरों को सरकारी नियंत्रण से बाहर किया जाना चाहिए.
नूपुर शर्मा, ज्ञानवापी विवाद पर VHP ने क्या कहा?
वहीं, नूपुर शर्मा के विवादित बयान पर मिलिंद परांडे ने कहा आज चीन पर हमले और पाकिस्तान पर हमले की कोई बात नहीं कर रहा है. कुछ लोग देश का माहौल खराब करना चाहते हैं, लेकिन उनके मंसूबे पूरे नहीं हो पाएंगे.
उत्तर प्रदेश में जुमे की नमाज के बाद हुए हंगामे पर उन्होंने कहा किसी को भी कानून अपने हाथ में लेने का अधिकार नहीं है, जो लोग दंगे में शामिल हैं, उनका दमन जरूरी है.
इसके साथ ही ज्ञानवापी, मथुरा और काशी पर उन्होंने कहा तीनों ही स्थान हिंदुओं के स्थान हैं. यह स्थान उनको मिलने चाहिए और उन्हें पूरा भरोसा है कि कोर्ट के माध्यम से हिंदुओं को उनका हक जरूर मिलेगा, कश्मीर में हिंदू दोबारा बसना चाहते हैं लेकिन जिहादी उन्हें रोकने का प्रयास कर रहे हैं, ऐसा करने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई होनी चाहिए. कश्मीर में अभी भी दो सौ से ज्यादा आतंकी सक्रिय हैं. उन पर जल्द से जल्द कार्रवाई की जानी चाहिए.
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