सोशल मीडिया पर एक शॉर्ट वीडियो शेयर हो रहा है, जिसमें एक शख्स भारत की राजनीतिक स्थिति पर चर्चा करते और 1975 की फिल्म शोले से तुलना करते हुए देखा जा सकता है. यूजर्स का दावा है कि वीडियो में दिख रहे शख्स असम के सीएम हैं, जो शोले के पात्रों की तुलना पीएम मोदी और गृहमंत्री अमित शाह जैसे राजनेताओं से कर रहे हैं.
हालांकि, क्विंट की वेबकूफ टीम ने पाया कि वीडियो में प्रोफेशनल स्पीकर गौरव प्रधान हैं. जो इस साल अप्रैल में महाराष्ट्र के नासिक में समर्थ भारत मंच नाम के एक कार्यक्रम में बोल रहे थे.
पड़ताल में हमने क्या पाया
वीडियो वेरिफिकेशन टूल InVID का इस्तेमाल करके, हमने वीडियो को की कीफ्रेम में बांटा और उनमें से हर एक फ्रेम को रिवर्स इमेज सर्च करके देखा. हमें 3 मई का एक ट्वीट मिला, जिसमें वायरल वीडियो का बड़ा वर्जन इस्तेमाल किया गया है. और स्पीकर की पहचान गौरव प्रधान के रूप में की गई है.
हमें गौरव प्रधान के यूट्यूब चैनल पर भी एक वीडियो मिला जिसे 12 अप्रैल को अपलोड किया गया था. इसका शीर्षक है: ‘समर्थ भारत मंच द्वारा नासिक में आयोजित बदलते भारत्त में हिंदुत्व का बढ़ता दाइत्व’.
करीब 1 घंटे 36 मिनट के इस यूट्यूब वीडियो में गौरव प्रधान हिंदुत्व के बारे में बोलते हुए दिख रहे हैं. वायरल वीडियो में दिख रहा हिस्सा, यूट्यूब वीडियो के 9:40 मिनट पर देखा जा सकता है. जिसमें प्रधान लोगों से ये पूछते हुए दिख रहे हैं कि क्या उन्होंने 'शोले' देखी है.
वीडियो में वो फिल्म के एक सीन के बारे में बात करते हुए नजर आ रहे हैं, जिसमें गांव वाले जय और वीरू को गांव से निकालने के लिए कहते हैं, जबकि वो दोनों गब्बर से उन्हें बचाने के लिए आए होते हैं. प्रधान ने आगे कहा कि भारत के हालात ऐसे हैं कि लोग नरेंद्र मोदी और अमित शाह को हटाना चाहते हैं, चाहे जो कुछ भी हो जाए.
इसके अलावा नीचे गौरव प्रधान और हिमंता बिस्वा सरमा की फोटो की तुलना भी आप देख सकते हैं.
मतलब साफ है कि वीडियो में असम के सीएम हिमंता नहीं, गौरव प्रधान हैं. जो हिंदुत्व के बारे में बोलते हुए, देश की राजनीतिक स्थिति की तुलना फिल्म से कर रहे हैं.
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