सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें एक पत्रकार को रिपोर्टिंग के दौरान कुछ लोग परेशान करते और उससे हाथापाई करते नजर आ रहे हैं.
दावा: इस वीडियो को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि बांग्लादेश (Bangladesh) में पत्रकारों के साथ ऐसा सुलूक किया जा रहा है. इसे शेख हसीना की सरकार गिरने के बाद बदले हालातों से जोड़ा जा रहा है.
क्या यह दावा सही है ? नहीं, यह दावा सही नहीं है.
वीडियो बांग्लादेशी पत्रकार का है. लेकिन बांग्लादेश का नहीं है. यह वीडियो हालिया नहीं साल बल्कि 2020 का है और न्यूयोर्क (New York) का है.
वीडियो में नजर आ रहे सोमॉय टेलीविजन के विशेष संवाददाता हसनुज्जमां साकी पर न्यूयॉर्क से विरोध प्रदर्शन को कवर करते समय कुछ अमेरिकी प्रदर्शनकारियों ने हमला किया था.
यह पत्रकार 46 वर्षीय अफ्रीकी अमेरिकी शख्स जॉर्ज फ्लॉयड की कथित हत्या के विरोध में हो रहे प्रदर्शनों को कवर कर रहा था.
हमने सच का पता कैसे लगाया ? हमने इस वायरल वीडियो पर Google Lens की मदद से इमेज सर्च ऑप्शन का इस्तेमाल किया.
हमारी सर्च में हमें बांग्लादेशी न्यूज वेबसाइट The Business Standard की यह रिपोर्ट मिली, जिसका टाइटल था - "अमेरिकी प्रदर्शनकारियों ने कैमरे के सामने सोमॉय टीवी पत्रकार की पिटाई की" (अंग्रेजी से हिंदी में अनुवाद )
इस रिपोर्ट की थम्ब इमेज पर इसी वीडियो से लिया गया स्क्रीनशॉट था. हमें इस रिपोर्ट में हसनुज्जमां साकी का सोमॉय टेलीविजन को इसी घटना पर दिया गया यह इंटरव्यू मिला, जिसमें वह इस घटना की जानकारी दे रहे हैं.
U.S. Press Freedom Tracker नाम की वेबसाइट पर पब्लिश की गई इस रिपोर्ट में भी इस घटना का जिक्र था. रिपोर्ट में लिखा था,'टाइम्स स्क्वायर से लाइव प्रसारण करते समय पत्रकार पर कई लोगों ने हमला किया.'
यह वीडियो 2 जून 2020 से इंटरनेट पर मौजूद है. जबकि बांग्लादेश में हालात वहां की पीएम शेख हसीना के इस्तीफे बाद बिगड़े जो 05 अगस्त 2024 को इस्तीफा देकर भारत आ गईं थीं.
निष्कर्ष: बांग्लादेशी पत्रकार पर अमेरिका के न्यूयॉर्क में हुए हमले को बांग्लादेश का हालिया वीडियो बताकर गलत दावों के साथ शेयर किया जा रहा है.
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