सोशल मीडिया पर वायरल हो रही एक पोस्ट में दावा किया जा रहा है कि राज्यसभा सांसद जया बच्चन (Jaya Bachchan) ने संसद में वरिष्ठ नागरिकों को लेकर भाषण देते हुए उनके लिए नई पेंशन, रियायतें, बीमा, अदालती मामलों के लिए प्राथमिकता जैसे कई विशेषाधिकारों की मांग की है.
हमने इस सच का पता कैसे लगाया ? Google पर दावे से जुड़े कीवर्ड सर्च करने पर हमें द हिंदू की एक न्यूज रिपोर्ट मिली. ये रिपोर्ट 8 फरवरी 2023 को छपी थी और इसमें लिखा था कि जया बच्चन ने राज्यसभा में अपने संबोधन में वरिष्ठ नागरिकों के मुद्दों को उठाया था. हालांकि, इसमें वायरल दावे में बताई गई मांगों की लिस्ट शामिल नहीं थी.
यहां से अंदाजा लेकर हमने संसद टीवी के यूट्यूब चैनल पर इस सत्र की आधिकारिक रिकॉर्डिंग की तलाश की.
जया बच्चन का 'धन्यवाद प्रस्ताव' पर दिया गया ये भाषण 8 फरवरी 2023 को शेयर किया गया था. वीडियो में देखा जा सकता है कि 5:02 मिनट पर जया बच्चन ने राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (NSO) का हवाला देते हुए कहा कि भारत में 60 वर्ष से अधिक आयु के लोगों की संख्या 2031 तक 41 प्रतिशत तक पहुंचने का अनुमान है.
उन्होंने वरिष्ठ नागरिकों के लिए इसके प्रावधानों और कार्य योजना के बारे में सरकार से सवाल किया था.
जया बच्चन ने कहा, "पूरी दुनिया में, सरकार द्वारा विकलांगों, डिसेबल्ड और बुजुर्गों को सामाजिक सुरक्षा प्रदान की जाती है, लेकिन हमारे देश में ऐसा कोई प्रावधान नहीं है. इस देश को इस स्तर तक लाने के लिए लाखों वरिष्ठ नागरिकों ने देश की सेवा की है." लेकिन उन्हें पूरी तरह से नजरअंदाज कर दिया गया है, और इस देश के प्रति उनकी कड़ी मेहनत और समर्पण के बावजूद उन्हें उम्र की गरिमा से वंचित कर दिया गया है.''
हमें इस सत्र की शब्दशः स्क्रिप्ट भी मिली और इसे यहां देखा जा सकता है.
निष्कर्ष: भारत में वरिष्ठ नागरिकों के लिए कई सुविधाओं की मांग करने वाली सांसद जया बच्चन के बारे में इंटरनेट पर वायरल हो रही पोस्ट भ्रामक है. जया बच्चन ने वरिष्ठ नागरिकों के अधिकारों को लेकर भाषण जरूर दिया था पर ऐसी कोई मांग नहीं रखी जो वायरल पोस्ट में है.
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