लोक सभा चुनावों (Lok Sabha Elections 2024) के बीच सोशल मीडिया पर न्यूज चैनल Times Now NavBharat का एक वीडियो वायरल हो रहा है. वीडियो में राजस्थान में होने वाली परीक्षा (Rajasthan Eligibility Examination for Teacher) REET के एग्जाम सेंटर के बहार कैंडिडेट्स की चेकिंग होते हुए दिखाया गया है.
दावा: वीडियो इस कैप्शन के साथ वायरल है, "राजस्थान के हिंदुओं वोट देते समय याद रखना कांग्रेस सरकार ने हिंदू महिलाओं-लड़कियों के दुपट्टे उतरवा लिए थे. ब्लाउज-समीज को काट दिया था. उनके मंगलसूत्र तक उतरवा लिए थे. मुस्लिम महिलाओं की ना कोई चेकिंग ना ही उनका हिजाब उतरवाया गया था."
क्या यह दावा सही है ? नहीं, यह दावा सही नहीं है. REET की परीक्षा के लिए परीक्षा से पहले ड्रेस कोड को लेकर गाइडलाइन जारी की गई थीं. यह गाइडलाइन सभी के लिए सामान्य थीं इसमें किसी भी धर्म, संप्रदाय, जाती विशेष के लिए किसी भी तरह के अलग नियम नहीं थे.
हमनें सच का पता कैसे लगाया ? सबसे पहले हमनें Times Now NavBharat के Youtube चैनल पर यही वीडियो ढूंढा.
यह वीडियो 24 जुलाई 2022 को अपलोड किया गया था. इस रिपोर्ट में कहा गया था कि गहलोत सरकार पर तुष्टिकरण के आरोप लगाए गए हैं.
आरोप यह थे कि परीक्षा में हिंदू महिलाओं-लड़कियों के दुपट्टे उतरवा लिए गए, मंगलसूत्र-चूड़ियां, उतरवाई गईं लम्बी आस्तीनें काट दी गईं. जबकि हिजाब की इजाजत दे दी गई.
हालांकि इस रिपोर्ट में यह भी माना गया था कि हिजाब पहने महिलाओं की भी चेकिंग हुई थी. यह दावा आप इसी वीडियो में 01 मिनट 36 सेकेंड पर सुन सकते हैं.
हमनें इस तथ्य की जांच करने के लिए REET की परीक्षा में बैठने के लिए सरकार की तरफ से जारी किया गया ड्रेस कॉड और गाइडलाइन ढूंढी.
'राजस्थान अध्यापक पात्रता परीक्षा (REET)- 2022 अभियर्थियों के लिए महत्वपूर्ण सूचना एवं निर्देश' नाम के एक नोटिस में यह साफ किया गया था कि परीक्षार्थी को आधी बाहों की शर्ट/टी-शर्ट, कुर्ता, कुर्ती, और चप्पल पहनने की ही अनुमति होगी.
राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड पर मौजूद एक अन्य नोटिस में REET परीक्षा के लिए ड्रेस कोड के बार में विस्तार से बताया गया था. वह दिशानिर्देश यह हैं -
परीक्षा में सम्मिलित होने के लिए परीक्षार्थी को निर्धारित ड्रेस कोड में आना अनिवार्य है तथा कोरोना (कोविड-19) के दृष्टिगत परीक्षा केन्द्र पर परीक्षार्थी को मास्क लगाकर आना भी अनिवार्य है. ड्रेस कोड एवं अन्य महत्वपूर्ण जानकारी के लिए बोर्ड की वेबसाईट पर जारी विस्तृत विज्ञप्ति अवश्य देखें. ड्रेस कोड की पालना नहीं करने पर परीक्षा केन्द्र में प्रवेश नहीं दिया जावेगा.
कोट, टाई, मफलर, जाकेट, जरकिन, ब्लेजर, शॉल आदि पहन कर नहीं आवें। परीक्षार्थी शर्ट, बिना जेब वाली गर्म जर्सी/स्वेटर जिनमें बड़े बटन नहीं लगे हों, पहनकर आवें. शर्ट में किसी तरह का बैज आदि नहीं लगा हो या ऐसे कपड़े जिसमें आपत्तिजनक सामग्री आदि छुपाये जाने की संभावना हो, पहनकर नहीं आवें. महिलायें अपने बालों में रबर बैण्ड या साधारण किस्म की हेयरपिन लगा कर आ सकती हैं. समस्त परीक्षार्थी मास्क भी आवश्यक रूप से पहनकर आवें.
परीक्षार्थी को परीक्षा केन्द्र पर तलाशी के समय अपना गर्म स्वेटर, जर्सी उतार कर / सिर से स्कार्फ आदि हटाकर तलाशी देनी होगी.
परीक्षार्थियों को पूरी आस्तीन का कुर्ता, शर्ट, ब्लाउज आदि पहन कर एवं अपनी वेशभूषा में बड़ा बटन, किसी प्रकार के ब्रोच (जडाऊ पिन) या बैज या फूल आदि लगा कर आने की अनुमति नहीं होगी.
परीक्षार्थियों को लाख / कांच की पतली चूडियों के अलावा किसी भी प्रकार के जेवरात यथा अन्य प्रकार की चूडियां, कान की बाली (Earring), अंगूठी, ब्रासलेट आदि पहनकर आने की अनुमति नहीं होगी.
परीक्षार्थी परीक्षा केन्द्र में किसी भी प्रकार की घड़ी, सैण्डल, मौजे, धूप का चश्मा, बैल्ट, हैण्ड बैग, हेयर पिन, गण्डा/ ताबीज, कैप/हैट, स्कार्फ, स्टॉल, शॉल, मफलर पहनकर परीक्षा में शामिल नहीं होंगे.
यह नोटिस आप यहां पढ़ सकते हैं.
न्यूज रिपोर्ट्स: REET परीक्षा में ड्रेस कोड को लेकर कुछ न्यूज रिपोर्ट्स भी छपी थीं. Indian Express की इस रिपोर्ट में लिखा था जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार, उम्मीदवारों को परीक्षा हॉल में पूरी आस्तीन वाली शर्ट, टी-शर्ट या कुर्ता पहनने की अनुमति नहीं है. बड़े बटन या ब्रोच वाले किसी भी एक्सेसरी या अन्य कपड़े की अनुमति नहीं है. घड़ियां, धूप का चश्मा, शॉल, टोपी, बेल्ट, मोजे, ऊंची एड़ी के सैंडल, हेयर पिन, हेयर बैंड, स्कार्फ जैसे उपकरण प्रतिबंधित हैं.
Amar Ujala ने भी परीक्षा से दो दिन पहले ड्रेस कोड को लेकर यह खबर छापी थी.
शिक्षक संघ ने क्या कहा : हमनें राजस्थान शिक्षक संघ एकीकृत के प्रदेश प्रवक्ता रनजीत मीणा से इस बारे में सवाल पूछा कि क्या एग्जाम सेंटर में हिजाब पहनी महिलाओं को परीक्षा देने की अनुमति थी? और हिंदू महिलाओं को नहीं ? उन्होंने इन आरोपों को खारिज करते हुए टीम वेबकूफ को बताया कि, "यह बात सही है कि महिलाओं के मंगलसूत्र, सोने की चैन, दुपट्टा आदि उतरवा दिया गया था और तलाशी ली गई थी लेकिन हिजाब पहन कर किसी महिला ने परीक्षा दी हो ऐसा उनके संज्ञान में नहीं है."
Times Now के इसी वायरल वीडियो में उस समय गहलोत सरकार में मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने इन आरोपों पर जवाब देते हुए कहा था कि, "हम किसी भी हिंदू, मुस्लमान, सिख, ईसाई, जैन, फारसी, कोई भी कपड़े पहन कर जाता है, कपड़ों का झगड़ा हम पैदा नहीं करते हैं."
निष्कर्ष: REET परीक्षा को लेकर यह दावा कि' मुस्लिम महिलाओं की ना कोई चेकिंग हुई ना ही उनका हिजाब उतरवाया गया था', यह पूरी तरह से भ्रामक है.
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