सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें कुछ लोग कारों पर हमला करते और तोड़फोड़ करते हुए देखे जा सकते हैं. इसे शेयर कर दावा किया जा रहा है कि ये वीडियो पश्चिम बंगाल (West Bengal) की स्थिति को दिखाता है.
दावे को सांप्रदायिक रंग देकर शेयर किया जा रहा है और कहा जा रहा है कि इस हमले के पीछे मुसलमानों का हाथ है. 8 राज्यों में मुस्लिम बहुसंख्यक हैं और इसलिए ''सावधान रहना चाहिए.''
इस दावे को बीरभूम हिंसा से जोड़कर भी शेयर किया जा रहा है. बता दें कि 21 मार्च को पश्चिम बंगाल के बोगतुई गांव में आठ लोगों की जलाकर हत्या कर दी गई थी. ये हिंसा बरशाल गांव के तृणमूल कांग्रेस (TMC) के एक स्थानीय नेता भादू शेख की हत्या के बाद हुई थी.
हालांकि, हमने पाया कि ये वीडियो स्विट्जरलैंड के बाजल का है, जहां साल 2018 में एक फुटबॉल मैच के बाद झगड़ा शुरू हो गया था.
इसके अलावा, ये दावा भी गलत है कि भारत के 8 राज्यों में मुस्लिम बहुसंख्यक हैं. भारत की 2011 की जनगणना के अनुसार, मुस्लिम बहुसंख्यक वाले राज्यों में जम्मू-कश्मीर और लक्षद्वीप (केंद्रशासित प्रदेश) हैं.
दावा
वीडियो शेयर कर दावे में लिखा जा रहा है, "बंगाल में हालात एकदम पाकिस्तान जैसे बने हुए हैं और ये जो गाड़ियोंके शीशे तोड़ रहे हैं वो मुल्ले हैं क्यूं कि इनको सड़क पर बैठ कर रोजे खोलने हैं,एसा पूरे देश में होने में देर नहीं है . 70वर्षो में हिन्दू 8 राज्यों में अल्पसंख्यक होगये किसी को पता भी नहीं चला अब सोचना पड़ेगा नहीं तो."
पड़ताल में हमने क्या पाया
हमने वीडियो वेरिफिकेशन टूल InVid की मदद से वीडियो को कई कीफ्रेम में बांटा और उनमें से कुछ पर Yandex पर रिवर्स इमेज सर्च किया.
हमें 2018 में यूट्यूब पर पोस्ट किया गया यही वीडियो मिला.
यहां से क्लू लेकर, हमने गूगल पर कीवर्ड सर्च किया, जिससे हमें 'Channel 4 News' नाम के एक यूके स्थित न्यूज चैनल के ट्विटर हैंडल पर पोस्ट किया गया यही वीडियो मिला. इसे 31 मार्च 2018 को पोस्ट किया गया था.
कैप्शन में लिखा था, ''नहीं, ये वायरल वीडियो ब्रिटेन में कारों पर हमला करते मुस्लिमों का नहीं है. ये स्विट्जरलैंड में फुटबॉल के उपद्रवी हैं.''
वीडियो में बताया गया है कि घटना स्विट्जरलैंड की है जब बाजल और ल्यूसर्न के बीच एक मैच के बाद लड़ाई छिड़ गई थी.
इसके बाद, हमने इंग्लिश और जर्मन कीवर्ड का इस्तेमाल कर घटना से जुड़ी न्यूज रिपोर्ट्स देखीं.
हमें 'Blick' नाम की एक न्यूज वेबसाइट पर 20 मई 2018 को पब्लिश एक रिपोर्ट मिली. रिपोर्ट में बताया गया था कि बाजल के रिहायशी इलाके में एफसीबी मैच के बाद विवाद हुआ.
स्विट्जरलैंड में हुई 2018 की घटना
स्विट्जरलैंड के 20 Minuten नाम की एक जर्मन वेबसाइट पर 22 मई 2018 की एक रिपोर्ट को हमने इंग्लिश में अनुवादित किया. रिपोर्ट के मुताबिक, बाजल में सेंट जैकब स्टेडियम के पास दो फुटबॉल समर्थकों के बीच विवाद हुआ था.
बाजल में सफेद सूट पहने करीब 30 लोग पुल के खंभों पर पेंटिग कर रहे थे, जिन पर 60 लोगों की भीड़ ने हमला कर दिया. उन्होंने बासेल के लेहेनमैटस्ट्रैस में कारों पर भी हमला किया.
इस मामले में दो जर्मन को गिरफ्तार किया गया और 14 लोगों से पूछताछ की गई थी.
हमें इस घटना पर 'Hooligans TV' नाम के एक यूट्यूब चैनल पर 21 मई 2018 को पोस्ट किया गया वीडियो मिला.
इसका टाइटल था, ''"Fight in Switzerland: Basel vs. Zürich & Karlsruhe.19.05.2018" (अनुवाद- स्विट्जरलैंड में झगड़ा: बाजल बनाम ज्यूरिख.19.05.2018)
मतलब साफ है, स्विट्जरलैंड का पुराना वीडियो पश्चिम बंगाल का बता झूठे दावे से शेयर किया जा रहा है.
(अगर आपके पास भी ऐसी कोई जानकारी आती है, जिसके सच होने पर आपको शक है, तो पड़ताल के लिए हमारे वॉट्सऐप नंबर 9643651818 या फिर मेल आइडी webqoof@thequint.com पर भेजें. सच हम आपको बताएंगे. हमारी बाकी फैक्ट चेक स्टोरीज आप यहां पढ़ सकते हैं )
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)