कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की उनके बेटे और कांग्रेस नेता राहुल गांधी की एक पुरानी फोटो इस झूठे दावे से शेयर की जा रही है कि फोटो में दिख रहा शख्स राहुल गांधी नहीं, बल्कि इटली का एक बिजनेसमैन ओत्तावियो क्वात्रोची है. क्वात्रोची का नाम बोफोर्स घोटाले में आया था.
हालांकि, क्विंट की पड़ताल में ये दावा झूठा निकला. इस फोटो में सोनिया गांधी के साथ क्वात्रोची नहीं, बल्कि राहुल गांधी दिख रहे हैं.
दावा
फोटो शेयर कर दावे में लिखा जा रहा है कि “ये राहुल खान नही है,ये उनकी कैबरे डासर माँ के करीबी दोस्त ओत्तावियो क्वात्रोची है,बॉंकी इस फोटो को देखकर कुछ कहने की जरूरत नही है..”
पड़ताल में हमने क्या पाया
फोटो को रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमें New Indian Express और Latestly के आर्टिकल मिले, जिनमें इस फोटो का इस्तेमाल किया गया था.
इन आर्टिकल्स में इस फोटो के साथ कैप्शन में लिखा है, ''एसपीजी के स्थापना दिवस समारोह में कांग्रेस अंतरिम प्रमुख सोनिया गांधी और उनके बेटे राहुल गांधी,". और इन आर्टिकल में फोटो के लिए PTI को क्रेडिट दिया गया है.
एक आर्टिकल में फोटो को PTI के कोड और डेट स्टैंप के साथ पब्लिश किया गया है. जो ये दर्शाता है कि ये फोटो 1996 में नई दिल्ली में ली गई थी.
सोनिया गांधी और गांधी परिवार के अन्य सदस्यों को लेकर इंटरनेट पर ऐसी कई गलत सूचनाएं और नफरत वाली जानकारी फैलाई जाती रही है. गांधी परिवार के सदस्यों को लेकर इसके पहले भी कई ऐसे कम्यूनल और आपत्तिजनक गलत दावे किए गए हैं.
क्विंट ने इसके पहले ऐसी ही एक और फेक न्यूज की पड़ताल की थी, जिसमें बीच के कपड़े (बीचवियर) पहने एक्टर्स की तस्वीरों का इस्तेमाल करके कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को लेकर गलत दावे किए गए थे. सोनिया गांधी की एक और एडिट की गई फोटो ऐसे ही फेक दावे के साथ वायरल हुई थी.
कौन था ओत्तावियो क्वात्रोची?
ओत्तावियो क्वात्रोची इटली का बिजनेसमैन था. क्वात्रोची पर आरोप थे कि उसने बोफोर्स मामले में दलाली की थी. यानी रिश्वत की लेन-देन में मध्यस्थ का काम किया था.
1980 और 1990 के दौरान भारत सरकार और स्वीडन की हथियार निर्माता बोफोर्स एबी के बीच हथियारों के कॉन्ट्रैक्ट में क्वात्रोची की अहम भूमिका मानी जाती थी.
कथित तौर पर जब राजीव गांधी प्रधानमंत्री थे उस दौरान क्वात्रोची का परिवार गांधी परिवार का करीबी था. इससे 1987 में घोटाले की खबर आने के बाद, पार्टी की छवि खराब हुई. क्वात्रोची की 2013 में मौत हो गई, इसके 2 साल पहले ही यानी 2011 में CBI ने क्वात्रोची पर लगे सारे आरोप हटा लिए.
मतलब साफ है फोटो में सोनिया गांधी और राहुल गांधी हैं, न कि क्वात्रोची. फोटो को गलत दावे से शेयर किया जा रहा है.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)