सोशल मीडिया में इन दिनों एक तस्वीर बहुत वायरल हो रही है, जिसमें गुजरात में सरदार वल्लभभाई पटेल के स्मारक स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के नजदीक दो बेघर बच्चे बैठे हुए दिख रहे हैं. बगल में बैठी उनकी मां ईंटों के सहारे बने चूल्हे में रोटी बनाकर उन्हें खिला रही है. इस तस्वीर को लोगों ने कई तरह के कैप्शन के साथ शेयर किया. लेकिन तस्वीर पर यकीन करने से पहले एक बार इसकी असलियत भी जान लीजिए.
क्या है फोटो की हकीकत?
ये फर्जी तस्वीर है, जिसे फोटोशॉप सॉफ्टवेयर के जरिए तैयार किया गया है. सड़क पर खाना बनाने वाली एक महिला और खाना खाते हुए दो बच्चों की तस्वीर को स्टैच्यू ऑफ यूनिटी की तस्वीर के साथ जोड़ा गया है.
इस तस्वीर को रॉयटर्स के पत्रकार अमित दवे ने साल 2010 में अहमदाबाद में क्लिक किया था.
इस तरह फोटोशॉप की हुई तस्वीरें सोशल मीडिया में अकसर लोगों को गुमराह करती हैं. और लोग भी बिना पड़ताल किए उन्हें शेयर करते रहते हैं.
बता दें कि स्टैच्यू ऑफ यूनिटी दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा है, जिसे 33 महीने में तैयार किया गया है. गुजरात में नर्मदा बांध के पास बने इस मूर्ती का उद्घाटन 31 अक्टूबर को प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था.
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