दावा
फेसबुक पर कई यूजर्स इस दावे के साथ फोटो शेयर कर रहे हैं कि उसमें दिख रहे कपड़े श्रीलंका आतंकी हमले के पीड़ितों के हैं. श्रीलंका की राजधानी कोलंबो में 21 अप्रैल को अलग-अलग स्थानों पर हुए हमले में 253 लोगों की जान चली गई थी.
इस पोस्ट को फेसबुक पर 'This Is Christian Assyria' नाम के पेज से पोस्ट किया गया है, जिसे अब तक 1,200 बार शेयर किया जा चुका है.
पोस्ट के साथ मैसेज लिखा है- '14 अप्रैल को श्रीलंका के चर्च काटुवापिटिया में बम हमले के पीड़ितों के कपड़े.'
सच या झूठ?
वायरल हो रहा ये मैसेज फेक है. इस फोटो में श्रीलंका हमले के पीड़ितों के कपड़े नहीं हैं. ये असल में जून 2012 में स्विट्जरलैंड के बेसल में हुए एक आर्ट इंस्टॉलेशन है.
हमें जांच में क्या मिला?
Yandex सर्च इंजन पर इस फोटो का रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमें मीडियम पर एक ब्लॉग मिला, जिसमें उसी तस्वीर का इस्तेमाल किया गया है. इस फोटो पर वॉटरमार्क भी है, जिसपर लिखा है- 'LOS CARPINTEROS (क्यूबन आर्ट ग्रुप).'
Los Carpinteros सर्च करने पर हमें वो ऑफिशियल वेबसाइट मिली, जिसपर ये जानकारी थी कि ये तस्वीर 2012 में बेसल में हुए एक आर्ट इंस्टॉलेशन की है.
हमें अखबार द हिंदू का एक आर्टिकल भी मिला, जिसमें इस आर्टिकल को कवर किया गया था. इस आर्ट वर्क में चर्च में '150 अदृश्य लोग' दिखाए गए हैं.
इस इवेंट से एक वीडियो:
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