सोशल मीडिया पर तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) का एक वीडियो वायरल है, जिसमें वो तमिलनाडु में बिहारी प्रवासियों से हिंसा को लेकर फैलाई गई फेक न्यूज पर बात करते दिख रहे हैं. वीडियो में तेजस्वी ये भी कहते हैं कि उन्हें मुख्यमंत्री पद की कोई लालसा नहीं है, उनके माता-पिता मुख्यमंत्री रह चुके हैं.
दावा : 5 मिनट का ये वीडियो शेयर कर दावा किया जा रहा है कि तेजस्वी यादव पत्रकार मनीश कश्यप से डर गए इसलिए उन्होंने मुख्यमंत्री बनने का सपना छोड़ दिया.
Son of Bihar नाम के फेसबुक पेज से शेयर किए गए वीडियो को 1.5 हजार से ज्यादा बार देखा जा सकता है. यही दावा करते अन्य पोस्ट्स के अर्काइव यहां देख सकते हैं.
भाषण के इसी हिस्से से वीडियो को लेकर किया जा रहा दावा खारिज होता है कि तेजस्वी यादव ने मनीष कश्यप केस के डर से सीएम बनने का ख्वाब छोड़ा. क्योंकि यहां वो उस तमिलनाडु मामले को फेक प्रोपेगैंडा बता रहे हैं, जिसमें फेक न्यूज फैलाने के आरोप में मनीष कश्यप की गिरफ्तारी हुई है.
फिर सच क्या है ? : तेजस्वी यादव का पूरा भाषण सुनने पर पता चला कि भाषण के अलग-अलग हिस्सों को जोड़कर ये 5 मिनट का वीडियो बनाया गया और इसे गलत संदर्भ से शेयर किया जा रहा है.
तेजस्वी अपने भाषण में मनीष कश्यप से जुड़े केस को दो राज्यों के बीच तनाव पैदा करने की साजिश बताते दिख रहे हैं.
सीएम न बनने की चाह वाली बात तेजस्वी ने उन अटकलों के जवाब में कही थी, जो लगातार गठबंधन टूटने को लेकर लगाई जाती हैं.
तमिलनाडु की घटना पर तेजस्वी ने क्या कहा ? : वायरल वीडियो बिहार विधानसभा के 20 मार्च 2023 के सत्र से लिया गया है. कार्यवाही का पूरा वीडियो बिहार विधानसभा की ऑफिशियल वेबसाइट पर देखा जा सकता है. वीडियो में 2 घंटे 28 मिनट पर उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव बोलना शुरू करते हैं. 29 मिनट 50 सेकंड पर तेजस्वी तमिलनाडु की घटना पर बात करते हैं.
''सदन के सामने नेता प्रतिपक्ष (बीजेपी नेता विजय सिन्हा) ने कहा था कि अगर तमिलनाडु की घटना गलत साबित होगी तो मैं माफी मांगूंगा. उनके कहने पर माननीय मुख्यमंत्री ने तमिलनाडु में टीम भी भेजी. और तमिलनाडु, बिहार की पुलिस ने स्पष्ट रूप से बोला कि जो घटना हुई वो एक फेक वीडियो था, एक प्रोपेगैंडा था दो राज्यों को लड़ाने का. ''बिहार विधानसभा सत्र में उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव.
सीएम न बनने की बात तेजस्वी ने क्यों कही ? : 2 घंटे 54 मिनट पर तेजस्वी कहते हैं ''विपक्ष पर निशाना साधने के बाद कहते हैं कि ना हमको मुख्यमंत्री बनना है ना इनका (नीतीश कुमार) को प्रधानमंत्री बनना है. हमको काम करने से मतलब है, जनता को जो दिक्कतें आ रही हैं उसका समाधान करने से मतलब है.
अपनी इच्छा क्या है? अब मेरे से ज्यादा भाग्यशाली कौन होगा, मेरे माता-पिता दोनों मुख्यमंत्री रहे. हम विपक्ष के नेता रहे और उप मुख्यमंत्री रहे और क्या चाहिए ? लेकिन, इन्होंने (नीतीश कुमार ने) जो मौका दिया है उसपर भी हमें खड़ा उतरना है. जो इधर उधर से बात करता है वो ना किया करे, तरह तरह की बातें होती हैं.''
आगे तेजस्वी नीतीश कुमार की तरफ इशारा करते हुए कहते हैं कि '' कोई कुछ भी कहेगा, जब हम इनके साथ खड़े हैं तो मजबूती के साथ खड़े हैं.'' आगे तेजस्वी यादव गठबंधन टूटने के अटकलबाजी का मजाक भी उड़ाते हैं.
मनीष कश्यप किस मामले में हुए गिरफ्तार ? : पत्रकार मनीष कश्यप पर तमिलनाडु मामले में फर्जी वीडियो चलाने और अपलोड किए जाने को लेकर मामला दर्ज हुआ था उसके बाद आर्थिक अपराध इकाई ने मनीष को गिरफ्तार किया था. तमिलनाडु में भी मनीष के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था. मनीष कश्यप ने एक स्क्रिप्टेड वीडियो को तमिलनाडु में बिहारी मजदूरों के साथ हो रही बदसुलूकी की असली घटना की तरह सोशल मीडिया पर शेयर किया था.
बिहार में तेजस्वी और नीतीश का गठबंधन : अगस्त 2022 में नीतीश कुमार ने बीजेपी के नेतृत्व वाले NDA से गठबंधन तोड़ लालू प्रसाद यादव की RJD से गठबंधन किया और 8वीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी. इस नई महागठबंधन की सरकार में तेजस्वी यादव उप मुख्यमंत्री हैं.
निष्कर्ष : मतलब साफ है, सोशल मीडिया पर वीडियो को शेयर किया जा रहा दावा गलत है कि तेजस्वी यादव ने पत्रकार मनीष कश्यप के डर से सीएम बनने से इनकार किया या सीएम बनने का सपना छोड़ा
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