ADVERTISEMENTREMOVE AD

MP: सरकार ने गिराई 'देश विरोधी' नारे लगाने के आरोपियों की बस्ती? गलत है दावा

जिस कार्यक्रम में 'पाकिस्तान जिंदाबाद' के नारे लगने का आरोप है, वीडियो में दिख रही जगह से 3 किमी. की दूरी पर हुआ था

story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा

सोशल मीडिया पर मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) के उज्जैन का एक वीडियो वायरल हो रहा है. वीडियो में दिखा जा सकता है कि बुलडोजर से बस्ती गिराई जा रही है. दावा है कि मध्यप्रदेश सरकार ने उन लोगों के खिलाफ कार्रवाई की है, जिनपर मुहर्रम के जुलूस में ''पाकिस्तान जिंदाबाद'' के नारे लगाने का आरोप है.

हालांकि, जिस समारोह में पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाने का आरोप लगा, वह उज्जैन की गीता कॉलोनी में हुआ था. गीता कॉलोनी वीडियो में दिख रही जगह से करीब 3 किलोमीटर की दूर पर है.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

दावा

Hindu Manoj Dubey नाम के एक फेसबुक यूजर ने इस वीडियो को शेयर कर लिखा, ''उज्जैन में पूरी की पूरी गफूर बस्ती ( जो की अवैध थी ) को शिवराज सरकार ने फुर्र कर दिया और लगाओ पोर्किस्तान जिंदाबाद के नारा...जय हो...शिवराज सरकार की''

स्टोरी लिखते समय तक इस वीडियो पर 71 हजार से ज्यादा लाइक और 10 हजार से ज्यादा कमेंट आ चुके हैं और इसे 13 हजार से भी ज्यादा बार शेयर किया जा चुका है.

फेसबुक, ट्विटर के साथ-साथ यूट्यूब पर भी ये वीडियो शेयर हो रहा है. इनके आर्काइव आप यहां, यहां, यहां और यहां देख सकते हैं.

पड़ताल में हमने क्या पाया

हमने घटना से जुड़ी जरूरी कीवर्ड सर्च किए और हमें Dainik Bhaskar की 27 अगस्त को पब्लिश एक रिपोर्ट मिली. रिपोर्ट के मुताबिक, इंदौर रोड पर (हरि फाटक) ओवर ब्रिज के पास की करोड़ों की जमीन पर कई सालों से दुकानदार, गैराज और लोहे की अलमारी बनाने वालों ने कब्जा कर रखा था, जिसे हाईकोर्ट के आदेश के बाद हटा दिया गया है.

इसके अलावा, हमें Zee News की 27 अगस्त को पब्लिश एक रिपोर्ट मिली.

रिपोर्ट के मुताबिक, स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत महाकाल मंदिर को 10 गुना बड़ा करने की योजना पर काम चल रहा है. इस रास्ते पर आने वाले सभी तमाम अवैध मकानों को ध्वस्त करने के लिए हाईकोर्ट ने आदेश दिया था. इसी के अंतर्गत ये कार्रवाई की गई है.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

हमने वायरल वीडियो को ध्यान से देखा. वीडियो के 1 मिनट 14वें सेकंड वाले फ्रेम पर एक बिल्डिंग दिख रही है, जिसमें Hotel President लिखा हुआ है. गूगल मैप पर इस होटल को सर्च करने पर हमें पता चला कि ये होटल न्यू हरिफाटक ओवर ब्रिज इंदौर रोड, उज्जैन में मौजूद है.

इसके अलावा, आप नीचे वायरल वीडियो और गूगल मैप में मौजूद फोटो के बीच तुलना देख सकते हैं. देखा जा सकता है कि दोनों फोटो में दिख रही बिल्डिंग एक ही है.

इसके बाद, हमने अलग-अलग कीवर्ड्स से ये सर्च करने की कोशिश की कि उज्जैन में कथित तौर पर पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाने की घटना कहां हुई थी. हमें क्विंट हिंदी की 23 अगस्त को पब्लिश एक रिपोर्ट और Dainik Bhaskar की 20 अगस्त को पब्लिश रिपोर्ट मिलीं. रिपोर्ट्स के मुताबिक, वह कार्यक्रम उज्जैन की गीता कॉलोनी में हुआ था, जहां ''पाकिस्तान जिंदाबाद'' के नारे लगने का आरोप लगा.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

हमने प्रेसीडेंट होटल के स्टाफ से भी संपर्क किया. वहां मौजूद एक कर्मचारी ने बताया कि जो बस्ती हटाई गई है, वो होटल के पास ही मौजूद है.

हमने गूगल मैप पर गीता कॉलोनी और प्रेसीडेंट होटल, न्यू हरिफाटक ओवर ब्रिज इंदौर रोड के बीच की दूरी देखी. दोनों ही लोकेशन एक-दूसरे से करीब 3 किमी की दूरी पर हैं.

जहां बस्ती गिराई गई है, वो क्षेत्र नीलगंगा पुलिस स्टेशन के अंतर्गत आता है. नीलगंगा थाने में तैनात प्रधान आरक्षक नरेंद्र पाटीदार ने बताया

"जिन बस्तियों को गिराया गया है, वो अवैध थीं. हाईकोर्ट के आदेश के बाद इस पर कार्रवाई की गई है. इसका गीता कॉलोनी वाली घटना से कोई संबंध नहीं है."

मतलब साफ है कि उज्जैन में अवैध बस्ती हटाने का वीडियो गलत दावे से शेयर किया जा रहा है.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

क्या है 'पाकिस्तान जिंदाबाद' के नारे से जुड़ा मामला?

मध्य प्रदेश के उज्जैन में 20 अगस्त को निकाले गए मोहर्रम के जुलूस में कथित तौर पर पाकिस्तान के नारे लगाने के आरोप में पुलिस ने 4 लोगों को गिरफ्तार किया था. इस जुलूस का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुआ, दावा किया गया कि वीडियो में लोगों को ''पाकिस्तान जिंदाबाद'' कहते हुए सुना जा सकता है.

हालांकि, सोशल मीडिया पर आरोप के साथ वायरल हो रहे वीडियो का एक दूसरा वर्जन भी सामने आया. इस वीडियो के आधार पर पुलिस के उन आरोपों को खारिज किया जा रहा है, जिनके मुताबिक रैली में पाकिस्तान समर्थित नारे लगे.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

Published: 
सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
×
×