पुलिस की गिरफ्त में बैठी एक महिला की फोटो शेयर कर दावा किया जा रहा है कि एसपी नेता व ग्राम प्रधान वैशाली यादव (Vaishali Yadav) को फेक वीडियो बनाकर भारत की छवि धूमिल करने पर गिरफ्तार कर लिया गया है. वैशाली हरदोई जिले की एक ग्राम प्रधान हैं, जो यूक्रेन में मेडिकल की पढ़ाई कर रही थीं.
यूक्रेन पर रूसी हमले के बाद वैशाली ने सरकार से मदद मांगने के लिए वीडियो बनाया था. इसके बाद बीजेपी नेताओं ने आरोप लगाया था कि वैशाली UP में बैठकर ही झूठ बोल रही हैं कि वो यूक्रेन में फंसी हैं.
लेकिन, ये आरोप सच नहीं थे. क्विंट की पड़ताल में सामने आया था कि वैशाली ने जिस वक्त मदद के लिए वीडियो बनाया वो सचमुच यूक्रेन में ही फंसी हुई थीं. यूपी पुलिस भी वैशाली के गिरफ्तार होने के दावे को फेक बता चुकी है.
वहीं वैशाली की तस्वीर के साथ वायरल हो रही दूसरी फोटो की बात करें तो ये लेडी गैंगस्टर कमला चौधरी की है, जिसने वीडियो बनाकर पुलिस अधिकारी को धमकी दी थी. वीडियो वायरल होने के बाद राजस्थान की नागौर पुलिस ने कमला को गिरफ्तार कर लिया था.
दावा
फोटो को वैशाली यादव की तस्वीर के साथ शेयर किया जा रहा है. फोटो के साथ शेयर हो रहा कैप्शन है - गांव में बैठकर यूक्रेन मे फंसे होने का फेक वीडियो बनाकर भारत की छवि दुनिया में धूमिल करने वाली सपा नेता व ग्राम प्रधान वैशाली यादव गिरफ्तार.....
पड़ताल में हमने क्या पाया?
वायरल फोटो को गूगल पर रिवर्स सर्च करने से हमें न्यूज 18 की 4 मार्च की रिपोर्ट में यही फोटो मिली. इस रिपोर्ट के मुताबिक, राजस्थान में पुलिस को चैलेंज करने वाली कमला चौधरी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था.
न्यूज 18 की रिपोर्ट से क्लू लेकर हमने इस मामले से जुड़े कीवर्ड सर्च किए. कमला चौधरी की गिरफ्तारी से जुड़ी कई न्यूज रिपोर्ट्स हमें मिलींं. दैनिक भास्कर के मुताबिक, सोशल मीडिया पर नागौर SP को चैलेंज करने और हथियारों के साथ वीडियो अपलोड करने के चलते कमला चौधरी पर एक्शन हुआ था.
कमला चौधरी की गिरफ्तारी से जुड़ा नागौर पुलिस का ट्वीट भी हमें मिला. ट्वीट में वही फोटो है, जिसे वैशाली की गिरफ्तारी का बताया जा रहा है.
वैशाली यादव की गिरफ्तारी का दावा गलत
वैशाली यादव ने जब मदद का वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया था, उसके बाद से ही ये दावा किया जा रहा था कि उन्होंने अपने घर में बैठकर ही बनाए वीडियो में झूठ बोला कि वो यूक्रेन में हैं. हालांक, क्विंट की वेबकूफ टीम ने जब इस दावे की पड़ताल की तो सामने आया कि वैशाली ने वीडियो यूक्रेन से ही बनाया था.
वैशाली ने 2 मार्च की रात को हमें अपनी लाइव लोकेशन भेजी थी, जिससे स्पष्ट हो रहा था कि वो रोमानिया में हैं. वैशाली ने बताया था कि यूक्रेन में कोई सरकारी मदद न मिलने के बाद वो प्राइवेट बस से रोमानिया पहुंची थीं.
हरदोई के एसपी राजेश द्विवेदी ने क्विंट से बातचीत में ये पुष्टि की थी कि वैशाली की गिरफ्तारी का दावा सच नहीं है और वो भारत में नहीं हैं. एसपी ने आगे ये भी कहा था कि वैशाली भारत आने की तैयारी में हैं.
कमला चौधरी की तस्वीर के साथ वायरल हो रही वैशाली की असली फोटो
जैसा कि पहले ही पड़ताल में सामने आ चुका है कि पुलिस की गिरफ्त में दिख रही महिला की फोटो असल में वैशाली यादव नहीं, कमला चौधरी की है. लेकिन, सोशल मीडिया पर कमला चौधरी की तस्वीर के साथ वैशाली यादव की असली फोटो भी शेयर की जा रही है.
ये साबित करने की कोशिश हो रही है कि पुलिस की गिरफ्त में भी वैशाली ही हैं. असल में ये फोटो वैशाली यादव के उस वीडियो का स्क्रीनशॉट है, जो उन्होंने मदद के लिए बनाया था.
साफ है कि सोशल मीडिया पर गैंगस्टर कमला चौधरी की तस्वीर को, वैशाली यादव की गिरफ्तारी का बताकर शेयर किया जा रहा है. वैशाली को उत्तरप्रदेश पुलिस ने गिरफ्तार नहीं किया है. मदद का वीडियो वैशाली ने यूक्रेन से ही बनाया था.
(अगर आपके पास भी ऐसी कोई जानकारी आती है, जिसके सच होने पर आपको शक है, तो पड़ताल के लिए हमारे वॉट्सऐप नंबर 9643651818 या फिर मेल आइडी webqoof@thequint.com पर भेजें. सच हम आपको बताएंगे. हमारी बाकी फैक्ट चेक स्टोरीज आप यहां पढ़ सकते हैं )
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)