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अश्वेतों के आंदोलन वाले पोस्टर पर ‘अरब’ कहां से आया? जानिए सच

दावा किया जा रहा है कि अमेरिका में हो रहे प्रोटेस्ट में तख्ती पर अरब से संबंधित नारा लिखा था

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अमेरिकी-अफ्रीकी शख्स जॉर्ज फ्लॉयड की हत्या के बाद अमेरिका में बड़ी तादाद में ‘Black Lives Matter’ नाम से आंदोलन और प्रदर्शन देखने को मिल रहे हैं.

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अब एक फोटो वायरल हो रही है जिसमें दावा किया जा रहा है कि अमेरिका में हो रहे प्रोटेस्ट में तख्ती पर ये नारा लिखा था- ‘हम अरब नहीं हैं कि आप हमें मार देंगे और हम शांत रहेंगे’

हालांकि जांच करने पर हमने पाया कि ये असल में ये फोटो रॉयटर्स के फोटोग्राफर जोशुआ रॉबर्ट्स ने ली है, इसी फोटो से छेड़छाड़ करके ये फेक फोटो बनाई गई है.

दावा

ये इमेज सोशल मीडिया पर कई दावों के साथ शेयर की जा रही है. कुछ सोशल मीडिया यूजर्स ने कैप्शन दिया- “अमेरिका में हो रहे प्रोटेस्ट का ये बैनर सिर्फ अरब नहीं बल्कि पूरे आलमे इस्लाम के मुँह पर तमाचा है....लिखा है के....हम अरब नहीं हैं के हम मारे जाने पर खामोश रहे

अबु हुजैफ ने भी ये फोटो शेयर की जिसे ये स्टोरी लिखे जाने तक 128 लोगों ने शेयर किया.

कई और लोगों ने भी इसको शेयर किया.

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हमें क्या मिला?

जब हमने इस फोटो का गूगल रिवर्स इमेज सर्च किया तो हमें इस फोटो से संबंधित अलजजीरा का अगस्त 2016 का आर्टिकल मिला. इस आर्टिकलम में वायरल हो रही फोटो का इस्तेमाल किया गया था.

ये फोटो लेने का क्रेडिट रॉयटर्स के फोटो ग्राफर जोशुआ रॉबर्ट्स को दिया गया है. वहीं हमें ये भी पता लगा कि रॉयटर्स ने ये इमेज जुलाई 2016 में शेयर भी की थी. इस पर कैप्शन दिया गया था. ‘8 जुलाई को वॉशिंगटन में ब्लैक लाइव्स मैटर मार्च का विरोध प्रदर्शन’

हमने देखा कि वायरल इमेज में कई सारी एक जैसी दिखने वाली चीजें है जिससे साफ होता है कि ये वायरल फोटो रॉयटर्स की फोटो में छेड़छाड़ करके बनाई गई है.

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