उत्तर पश्चिमी नाइजीरिया के कडूना राज्य में हथियारबंद डाकुओं के हमले में कम से कम 40 लोगों की मौत हो गई. स्थानीय लोगों और अधिकारियों ने यह जानकारी दी है. पुलिस महानिरीक्षक इब्राहिम इद्रीस ने डाकुओं के ग्वास्का के एक गांव में हमला करने की पुष्टि की, जहां करीब 3000 लोग रहते हैं.
डकैत मोटरसाइकिल पर आए थे और गांव में घुसकर अंधाधुंध गोलियां चलानी शुरू कर दी. कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में 45 लोगों के मारे जाने की खबर सामने आयी है.
बच्चों पर भी चलाई गोलियां
इब्राहिम इद्रीस ने बताया कि घटना के बाद 200 पुलिसकर्मी और 10 गश्ती वाहनों को इलाके में तैनात किया गया है. डाकूओं से लड़ने में मदद करने वाले एक स्थानीय शख्स ने नाम उजागर न करने की शर्त पर बताया कि कम से कम 40 लोग मारे गए हैं. हमले में जान गंवाने वालों की तादाद अभी और बढ़ सकती है, क्योंकि फिलहाल कई लोग गंभीर तौर पर घायल हैं. उन्होंने बताया कि हमलावर जमफारा राज्य के थे. उन्होंने बच्चों पर भी गोलियां चलाईं और घरों में आग लगा दी. यह हमला निकटवर्ती एक गांव में अज्ञात बंदूकधारियों के हमले के एक हफ्ते बाद हुआ है.
सेना की तैनाती
कडूना की सरकार ने हमले की पुष्टि की है लेकिन हताहत लोगों के बारे में अभी तक कोई जानकारी नहीं दी गई है. नाइजीरिया के राष्ट्रपति मोहम्मद बुहारी ने बिरनीन ग्वारी क्षेत्र में नाइजीरियाई सेना की स्थायी बटालियन की तैनाती को मंजूरी दे दी है. सरकारी आपातकालीन प्रबंधन एजेंसी हमले में प्रभावित लोगों को मदद मुहैया कर रहा है.
आतंकी हमलों से भी जूझ रहा नाइजीरिया
डाकुओं के हमले के अलावा नाइजीरिया आतंकवाद से भी बुरी तरह प्रभावित है. पिछले हफ्ते 1 मई को नाइजीरिया के उत्तर-पूर्वी हिस्से में एक मस्जिद और एक बाजार में हुए दो आत्मघाती बम धमाकों में 60 से ज्यादा लोग मारे गये. इसके अलावा 4 मई को भी नाइजीरिया के बोर्नो में कई आत्मघाती विस्फोटों के बाद चार बम हमलावरों और तीन स्थानीय लोगों की मौत हो गयी थी. इससे पहले 24 अप्रैल को नाइजीरिया के सुदूर पूर्वोत्तर क्षेत्र में बोको हराम के संदिग्ध आतंकवादियों ने अलग अलग हमले में 21 लोगों की हत्या कर दी थी.
(इनपुट: भाषा)
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