अफगानिस्तान (Afghanistan) में तालिबान (Taliban) का सैन्य अभियान तेज हो गया है. संगठन कई प्रांतीय राजधानियों का नियंत्रण अपने हाथों में ले चुका है. राष्ट्रपति अशरफ गनी (Ashraf Ghani) की मुश्किलें हर गुजरते दिन के साथ बढ़ रही हैं. ऐसे में अफगान सरकार ने नागरिक मिलिशिया को हथियार और गोला-बारूद देने का फैसला किया है.
न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक, ये फैसला अशरफ गनी और बड़े अफगान नेताओं की देश की मौजूदा परिस्थिति पर चर्चा के दौरान लिया गया.
राष्ट्रपति के दफ्तर ने एक बयान में कहा, "बैठक में सुरक्षा बलों को सहयोग देने और अफगान गणराज्य को सुरक्षित रखने का फैसला लिया गया. दुश्मन के हमलों के खिलाफ जनता को तेजी से मजबूत किया जाएगा और हथियार मुहैया कराए जाएंगे."
कई शहरों में चल रहा सैन्य अभियान
अफगान सुरक्षा बल और तालिबान के बीच देश के उत्तरी प्रांत बल्ख और ताखर में 8 अगस्त से लड़ाई चल रही है. तालिबान सालों से ग्रामीण क्षेत्रों में सक्रिय था लेकिन अमेरिकी सेना की वापसी शुरू होने के बाद से संगठन ने शहरों को निशाना बनाया है.
जनता के विद्रोह के सहयोग से सुरक्षा बलों ने 8 अगस्त को ताखर प्रांत में फरखार और वोरसाज जिले का नियंत्रण दोबारा पा लिया है. हालांकि, सुरक्षा बल राजधानी तलुकान से पीछे हटे हैं. मतलब कि एक और प्रांतीय राजधानी पर तालिबान का कब्जा हो चुका है.
तालिबान का अब हेलमंद प्रांत के सभी जिलों पर नियंत्रण है और राजधानी लश्कर गाह में अफगान नेशनल डिफेंस एंड सिक्योरिटी फोर्सेज से लड़ रहा है. 6 अगस्त को तालिबान ने पश्चिमी निमरोज प्रांत की राजधानी जरांज शहर पर कब्जा कर लिया था.
जव्जान प्रांत की राजधानी शेबारगां तालिबान के कब्जे में जा चुकी है. शेबारगां से पहले दक्षिणपश्चिम अफगानिस्तान के निमरोज प्रांत की राजधानी जारंज भी तालिबानी नियंत्रण में चली गई थी. ताखर प्रांत की राजधानी भी अब तालिबान के कब्जे में है.
कुल मिलाकर अब छह प्रांतीय राजधानी तालिबान के कब्जे में हैं. ये छह प्रांत हैं- जव्जान, सर-ए-पॉल, कुंदुज, निमरोज, ताखर और समांगन.
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