अफगानिस्तान (Afghanistan) में तालिबान और सरकार के बीच हिंसक संघर्ष जारी है. तालिबान (Taliban) तेजी से अपना क्षेत्रीय कब्जा बढ़ा रहा है. कतर के दोहा में चल रही अफगान शांति वार्ता के बीच देश की स्थिति बद से बदतर होती जा रही है. दो प्रांतीय राजधानी तालिबान के कब्जे में जा चुकी हैं. हालांकि, 7 अगस्त को तालिबान को भारी नुकसान हुआ जब शेबारगां (Shebergan) शहर में संगठन के 200 से ज्यादा लोग एयर स्ट्राइक्स में मारे गए.
अफगान रक्षा मंत्रालय के एक अधिकारी ने ट्विटर पर जानकारी दी कि वायु सेनाओं ने शेबारगां शहर में तालिबानी ठिकानों को निशाना बनाया था. अधिकारी फवाद अमन ने कहा, "एयर स्ट्राइक्स की वजह से तालिबान के हथियार, गोला-बारूद और 100 से ज्यादा वाहन तबाह हो गए."
जव्जान प्रांत के शेबारगां शहर में तालिबान के ठिकानों को 7 अगस्त की शाम B-52 बॉम्बर एयरक्राफ्ट से निशाना बनाया गया.
अमेरिका ने भेजे B-52 बॉम्बर
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने अफगानिस्तान में तीन प्रमुख शहरों की ओर बढ़ रहे तालिबान लड़ाकों को निशाना बनाने के लिए B-52 बॉम्बर और स्पेक्टर गनशिप का आदेश दिया है. शीतयुद्ध-युग के रणनीतिक बॉम्बर ने पहली बार 1950 के दशक में उड़ान भरी थी, लेकिन अभी भी इसके 70,000 एलबी पेलोड और 8,000 मील से अधिक की सीमा के कारण उपयोग किया जाता है.
बॉम्बर को एसी-130 स्पेक्टर गनशिप का सहयोग दिया जा रहा है. ये गनशिप 25 मिमी गैटलिंग गन, 40 मिमी बोफोर्स तोप और 105 मिमी एम 102 तोप से लैस हैं.
मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया है कि B-52 और एसी-130 हेलमंद प्रांत में कंधार, हेरात और लश्कर गाह के आसपास विद्रोहियों को निशाना बना रहे हैं.
दो प्रांतीय राजधानी तालिबान के कब्जे में
जव्जान प्रांत की राजधानी शेबारगां तालिबान के कब्जे में जा चुकी है. TOLO न्यूज ने 7 अगस्त को बताया कि उत्तरी अफगानिस्तान का ये शहर एक हफ्ते के लंबे संघर्ष के बाद तालिबानी नियंत्रण में चला गया.
दो दिनों के अंदर दो प्रांतीय राजधानी तालिबान के कब्जे में गई हैं. शेबारगां से पहले दक्षिणपश्चिम अफगानिस्तान के निमरोज प्रांत की राजधानी जारंज भी तालिबानी नियंत्रण में चली गई थी. 6 अगस्त को सरकारी सुरक्षा बलों की तरफ से मामूली संघर्ष के बाद तालिबान ने जारंज पर कब्जा किया.
स्थानीय नेताओं ने जव्जान प्रांत की परिस्थिति के लिए अशरफ गनी की सरकार को दोषी ठहराया. शेबारगां में अभी भी संघर्ष चल रहा है.
अमेरिका ने नागरिकों से लौटने को कहा
काबुल में अमेरिकी दूतावास ने अपने सभी नागरिकों से 'तुरंत' अफगानिस्तान छोड़ने को कहा है. तालिबान के बढ़ते क्षेत्रीय कब्जे के बीच आई ये चेतावनी महत्वपूर्ण है. अमेरिकी सेना की वापसी के साथ ही तालिबान प्रांत दर प्रांत आगे बढ़ रहे हैं.
एक अमेरिकी रक्षा अधिकारी ने फाइनेंशियल टाइम्स से कहा, "अमेरिकी नागरिकों को देश छोड़ने का आदेश बिगड़ती सुरक्षा परिस्थिति का नतीजा है."
अमेरिकी दूतावास ने कहा है कि जिस व्यक्ति के पास वापस जाने के टिकट के पैसे नहीं है, उसे सरकार लोन देगी.
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