बांग्लादेश के कोमिल्ला जिले के पूजा पंडाल में एक फेसबुक पोस्ट के कारण हिंसा भड़की जिसमें तीन लोगों की मौत और कुछ लोगों के गंभीर होने की जानकारी मिली है. फेसबुक पोस्ट में कुरान के कथित अपमान की बातें थी जिसकी वजह से हिंसा भड़की.
आरोप है कि देश की विपक्षी पार्टी जमात-ए-इस्लामी द्वारा सांप्रदायिक सदभावना को भड़काया जा रहा था. ढाका के एक राजनयिक ने कहा है कि-जमात-ए-इस्लामी ने सियासी रोटियां सेंकने के लिए युवाओं को भड़काया, और "बांग्लादेश बनेगा अफगानिस्तान" का नारा भी गढ़ा.
"13 अक्टूबर की घटना के पीछे मूल विचार बांग्लादेश की सरकारी साख को शर्मिंदा करना और भारत की ओर से प्रतिक्रिया के लिए मजबूर करना था".
बांग्लादेश में हुई हिंसा पर विदेश मंत्रालय क्या बोला?
दक्षिणी बांग्लादेश में दुर्गा पूजा पंडालों और प्रतिमाओं को तोड़ने और तीन लोगों की मौत की खबर के बाद विदेश मंत्रालय ने कहा-
हमने बांग्लादेश में धार्मिक सभाओं पर हमलों की कुछ रिपोर्टें देखी हैं. हमने पाया है कि बांग्लादेश सरकार ने इस पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है. हम यह भी समझते हैं कि बांग्लादेश में दुर्गा पूजा समारोह जारी है. हमारा उच्चायोग वहां के अधिकारियों के साथ संपर्क में है.-विदेश मंत्रालय
जानकारी के मुताबिक, उधर बीजेपी नेता शुभेंदु अधिकारी ने बांग्लादेश के कई दुर्गा पूजा पंडालों और विभिन्न मंदिरों में हो रही तोड़फोड़ के मद्देनजर बांग्लादेश के 'सनातनी लोगों' को राहत देने के लिए आवश्यक और तत्काल कदम उठाने के लिए पीएम मोदी को पत्र लिखा है.
बांग्लादेश की प्रधानमंत्री ने क्या कहा ?
इस हमले की बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने तीखी आलोचना की है. शेख हसीना ने कहा है कि जो कोई भी इस हमले में शामिल है, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा, फिर चाहें वो किसी भी धर्म के हों.
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