एक हिंदुस्तानी ने अपने पद से इस्तीफा दिया और ब्रिटेन की सियासत में भूचाल आ गया? भारतीय मूल के ऋषि सुनक (Rishi Sunak) जो ब्रिटेन के वित्त मंत्री थे, उन्होंने इस्तीफा क्या दिया, सवाल उठने लगे कि क्या मौजूदा पीएम बोरिस जॉनसन की सरकार का काउंटडाउन शुरू हो गया है? क्या ऋषि सुनक खुद पीएम बनना चाहते हैं?
बोरिस जॉनसन (Boris Johnson) की कैबिनेट से कल शाम से अब तक कुल 6 मंत्रियों ने इस्तीफा दे दिया है. इनमें सबसे बड़ा नाम जॉनसन के राइट हैंड मैन वित्त मंत्री ऋषि सनक हैं. देश के हेल्थ मिनिस्टर साजिद जाविद ने ट्विटर पर एक तीखा खत लिखकर इस्तीफा दिया और उसके कुछ समय बाद सुनक ने भी इस्तीफा देकर भूकंप ला दिया. जाविद ने कुल मिलाकर ये कहा था कि सरकार जनता की बात सुने.
अब बोरिस जॉनसन के लिए यह कितनी बड़ी समस्या है? याद रखें कि कुछ हफ्ते पहले, उनकी ही कंजरवेटिव पार्टी के सदस्यों ने उनके खिलाफ विद्रोह कर दिया था, और वो अविश्वास मत से किसी तरह बचे. खैर, कंजर्वेटिव पार्टी के मौजूदा नियमों के तहत, प्रधानमंत्री अभी 12 महीने के लिए सेफ हैं, क्योंकि इतने समय तक दूसरा अविश्वास प्रस्ताव नहीं लाया जा सकता.
लेकिन यहां ट्विस्ट है. 1922 की बैकबेंच कमेटी जिसने पहला विद्रोह शुरू किया था, अगले हफ्ते चुनाव में जाने वाली है. टोरीज से बनी एक नई कार्यकारी समिति, जो वास्तव में जॉनसन को हटाना चाहते हैं, विश्वास मत के संबंध में मौजूदा नियमों को आसानी से बदल सकती है.
बेशक, कार्यकारिणी के मौजूदा सदस्य नियमों को बदलने के लिए बहुत उत्सुक नहीं हैं क्योंकि वे भविष्य के नेताओं के लिए एक मिसाल कायम करने से डरते हैं.
हालांकि, बोरिस जॉनसन राहत की सांस नहीं ले सकते, क्योंकि वो इतने बड़े संकट में कभी नहीं फंसे हैं. कहा ये जा रहा है कि सुनक ने पीएम पद की रेस में फिर से आने के लिए इस्तीफा दिया है. समय ही बताएगा कि क्या आखिर में एक 'हिंदुस्तानी' अंग्रेजों पर शासन करता है या नहीं?
ऋषि सुनक की पत्नी अक्षता मूर्ति पर लगे थे ये आरोप
दरअसल, ऋषि सुनक की पत्नी अक्षता सुनक पर टैक्स भुगतान नहीं करने का आरोप लगा था. जिसके बाद ऋषि सुनक पर विपक्षी दलों ने दबाव बनना शुरू कर दिया था. ब्रिटेन के विपक्षी दलों ने भारत में जन्मी अक्षता मूर्ति के गैर निवासी कर स्थिति पर सवाल उठाए थे और उनके पति ऋषि सुनक से इस पर स्पष्टीकरण मांगा था.
बता दें, गैर निवासी स्थिति का मतलब है कि अक्षता मूर्ति विदेशों में अर्जित होने वाली आय पर ब्रिटेन में कर का भुगतान करने के लिए कानूनी रूप से बाध्य नहीं हैं.
मामला सुर्खियों में आने के बाद अक्षता मूर्ति ने घोषणा की थीं कि वह अपनी सभी आय पर ब्रिटेन में टैक्स का भुगतान करेंगी, जिनमें भारत से हुई आय भी शामिल है. उन्होंने ट्विटर पर एक बयान में कहा था कि मेरी सभी विश्वव्यापी आय पर ब्रिटेन में टैक्स का भुगतान करने का मेरा फैसला इस तथ्य से नहीं बदलेगा कि भारत मेरे जन्म, नागरिकता, माता-पिता के घर और मूल निवास का देश बना रहेगा. लेकिन, मैं ब्रिटेन से भी प्यार करती हूं.
उन्होंने कहा था कि मैंने ब्रिटिश कारोबार में निवोश किया है और ब्रिटेन के हितों का समर्थन किया है. मेरी बेटियां ब्रिटिश हैं, वे ब्रिटेन में पल बढ़ रही हैं, यहां होने पर मुझे गर्व है. उन्होंने अपने इस ट्विटर पोस्ट में कहा था कि वो अपने पेशेवर जीवन और अपने पति के राजनीतिक करियर को पूरी तरह से अलग रखने की कोशिश हमेशा से की हैं.
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