"रूसी सैनिकों ने मेरे पति की हत्या की और मेरा बलात्कार किया"...हमें और आपको अपने ड्राइंग रूम में बैठकर किसी आर्टिकल की ये हेडलाइन पढ़ना कितना सामान्य लग सकता है, लेकिन जब एक महिला को विश्व के सबसे बड़े फिल्मी मंचों में से एक 'Cannes' के रेड कार्पेट पर अपने कपड़े उतारकर बहरी हो चुकी दुनिया को अपनी दास्तां सुनाने के लिए मजबूर होना पड़े, तो ये समझ लीजिए कि ये हेडलाइन इतनी भी सामान्य नहीं है.
कान्स के मंच पर विरोध करने वाली ये महिला कथित तौर पर फ्रांसीसी फेमिनिस्ट ग्रूप SCUM की सदस्य है. इस समूह ने खुद को "कट्टरपंथी नारीवादी कार्यकर्ता और सार्वभौमिक निन्दा करने वाला समूह" बताया है.
ग्रुप ने घटना के तुरंत बाद ट्विटर पर कहा कि उनकी एक सदस्य, "युद्ध में यूक्रेनी महिलाओं ने जो यौन यातना झेली हैं, उसकी निंदा करने के लिए" कान्स उत्सव में गई थी.
यूक्रेनी संसद की मानवाधिकार लोकपाल ल्यूडमिला डेनिसोवा के अनुसार, अप्रैल से अब तक यूक्रेन में वॉर क्राइम में 700 मामले सामने आए हैं.
यूक्रेन के विदेश मंत्री भी लगा चुके हैं रूसी सेना पर रेप का आरोप
कान्स में हुई इस घटना ने सोशल मीडिया पर कई यूजर्स का ध्यान अपनी तरफ खींचा. इसके अलावा अमेरिका के कई सीनेटर्स ने भी महिलाओं पर यूक्रेन में हो रहे अत्याचारों पर आवाज उठाई है.
यूक्रेन के विदेश मंत्री दिमित्रो कुलेबा ने मार्च में कहा था कि रूसी सैनिकों ने यूक्रेन के शहरों में बलात्कार किया है. हालांकि रूसी सैनिकों द्वारा रेप के मामलों का उन्होंने कोई सबूत नहीं दिया है. रूसी सेना ने भी आरोपों को नकारा था.
कुलेबा ने कहा था कि, "जब आपके शहरों पर बम गिरते हैं, जब सैनिक कब्जे वाले शहरों में महिलाओं के साथ बलात्कार करते हैं, अफसोस कि ऐसे बहुत से मामले हैं, जब रूसी सैनिकों ने यूक्रेनी शहरों में महिलाओं का बलात्कार किया है, तो अंतरराष्ट्रीय कानून की जरूरत के बारे में बोलना मुश्किल हो जाता है."
उन्होंने आगे कहा कि, "लेकिन यह सभ्यता की एकमात्र ऐसी चीज है जो हमारे पास है और यह सुनिश्चित करती है कि आखिरकार इस युद्ध को संभव बनाने वाले सभी लोगों को न्याय के कटघरे में लाया जाएगा."
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