डोनाल्ड ट्रंप की धमकी के बाद चीन और अमेरिका के बीच ट्रेड डील खटाई में पड़ सकती है. अमेरिकी राष्ट्रपति ने रविवार को चीनी सामानों पर टैरिफ बढ़ाने की धमकी दी थी. इसके बाद चीन ने इस सप्ताह अमेरिका के साथ होने वाली ट्रेड डील से पीछे हटने के संकेत दिए हैं. चीन और अमेरिका की इस ताजा तनातनी से सोमवार को भारत समेत दुनिया भर के शेयर बाजार गिर गए.
अमेरिका,चीन समेत कई देशों के शेयर बजारों पर असर
ट्रंप की धमकी के बाद चीन का बेंचमार्क इंडेक्स CSI 300 6.8 फीसदी गिर गया. अमेरिकी डो-जोन्स फ्यूचर्स 450 प्वाइंट गिर गया. S&P 500 और Nasdaq -100 फ्यूचर्स में भी गिरावट आई. ट्रंप की धमकी का असर कच्चे तेल के दाम में भी दिखा और यह 2 फीसदी गिर गया. भारतीय बाजारों पर भी इसका असर दिखा. सेंसेक्स सोमवार को 450 प्वाइंट नीचे खुला. बांबे स्टॉक एक्सचेंज का सेंसेक्स 363 प्वाइंट गिर गया, जिससे निवेशकों के 1.24 लाख करोड़ रुपये डूब गए. कुछ दूसरे एशियाई बाजारों में इसका असर दिख रहा है. यूरोपीय बाजार में भी गिरावट की आशंका है.
ट्रंप ने रविवार को ट्वीट कर कहा था कि वह शुक्रवार को 200 अरब डॉलर के चीनी सामानों पर मौजूदा टैरिफ 10 फीसदी से बढ़ा कर 25 फीसदी कर देंगे. इसके अलावा उन्होंने जल्दी ही और 325 अरब डॉलर के चीनी सामानों पर 25 फीसदी लेवी लगाने की धमकी दी थी.
ट्रेड डील के लिए अमेरिका जाने वाले थे चीनी डिप्टी पीएम
बुधवार को चीनी डिप्टी पीएम ल्यू ही अमेरिका से ट्रेड डील के लिए वाशिंगटन पहुंचने वाले थे. उम्मीद थी कि इसमें चीन और अमेरिका के बीच चल रहे मौजूदा ट्रे़ड वॉर का समाधान निकाल लिया जाएगा. दोनों के बीच कोई डील हो जाएगी. लेकिन ट्रंप की धमकियों के बीच चीन इस सप्ताह इस बातचीत से पीछे हट सकता है.
इस बातचीत से जुड़े एक सूत्र ने कहा कि ट्रंप की ताजा धमकी के बाद चीन उप प्रधानमंत्री अपना दौरा रद्द कर सकते हैं. ट्रेड डील के लिए वह अपने साथ 100 सदस्यों का डेलिगेशन लेकर वाशिंगटन पर पहुंचने वाले थे. लेकिन लगता नहीं कि अब यह डील हो पाएगी.
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