अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बेटे डोनाल्ड ट्रंप जूनियर भारत दौरे पर हैं. उनके इस दौरे से अमेरिका के विदेश मंत्रालय ने खुद को अलग कर लिया है. साथ ही डेमोक्रेटिक सीनेटर ने भी सरकारी सुविधा न देने के लिए भारत में अमेरिकी दूतावास को पत्र लिखा है.
डेमोक्रेटिक सीनेटर रॉबर्ट ने अमेरिकी दूतावास को पत्र लिखकर यह सुनिश्चित करने के लिये कहा है कि भारत की यात्रा पर गए अमेरिकी राष्ट्रपति के बेटे को आवश्यक सुरक्षा के अलावा दूतावास कोई और खास सुविधा नहीं दे.
अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने भी ट्रंप जूनियर ने झाड़ा पल्ला
अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत में ट्रंप जूनियर के भाषण का सरकार से कोई मतलब नहीं है. वह अपने व्यापारिक नेताओं से मुलाकात करने और रियल एस्टेट परियोजनाओं पर चर्चा के लिए भारत में हैं. ट्रंप जूनियर एक आम अमेरिकी नागरिक के तौर पर अपनी निजी यात्रा पर हैं. उनके दौरे के दौरान उनके भाषण देने को लेकर एजेंसी की कोई भूमिका नहीं है.
ट्रंप जूनियर कारोबार के सिलसिले में भारत यात्रा पर हैं. वह ट्रंप ऑर्गेनाइजेशन के कार्यकारी उपाध्यक्ष हैं, जो भारत में हाई रियल इस्टेट कारोबार से जुड़े हैं.
जूनियर ट्रंप और पीएम मोदी एक ही कार्यक्रम में देंगे भाषण
जूनियर ट्रंप शुक्रवार को वर्ल्ड बिजनेस समिट में हिस्सा लेंगे. जहां वो इंडो-पैसिफिक संबंध पर भाषण देंगे. इस कार्यक्रम में पीएम नरेंद्र मोदी भी शामिल होंगे. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इस समिट में भाषण देंगे.
“ट्रंप जूनियर के भाषण से गलत संदेश जाने का डर”
डेमोक्रेटिक सीनेटर मेनेडेज्स ने भारत में अमेरिकी दूतावास को एक पत्र लिखकर कहा कि वह डोनाल्ड ट्रंप जूनियर के कल के भाषण से चिंतित हैं, क्योंकि उनके भाषण से यह गलत संदेश जा सकता है कि ‘‘वह डोनाल्ड ट्रंप की तरफ से बोल रहे हैं.’’
न्यूजर्सी के सीनेटर ने भारत में अमेरिकी दूत केनिथ जस्टर को पत्र लिखकर कहा,
कारोबार के सिलसिले में मिस्टर ट्रंप की इस निजी यात्रा से यह भ्रम फैल सकता है कि उनकी यह यात्रा एक आधिकारिक उद्देश्य से हो रही है. मैंने यह पत्र सुनिश्चित करने के लिये लिखा है कि भारत में अमेरिकी दूतावास मिस्टर ट्रंप की भारत में निजी यात्रा के दौरान उनके लिये आवश्यक सुरक्षा सहयोग के अलावा उन्हें या ट्रंप ऑर्गेनाइजेशन के सहयोग में कोई भूमिका नहीं निभाये.
(क्विंट और बिटगिविंग ने मिलकर 8 महीने की रेप पीड़ित बच्ची के लिए एक क्राउडफंडिंग कैंपेन लॉन्च किया है. 28 जनवरी 2018 को बच्ची का रेप किया गया था. उसे हमने छुटकी नाम दिया है. जब घर में कोई नहीं था,तब 28 साल के चचेरे भाई ने ही छुटकी के साथ रेप किया. तीन सर्जरी के बाद छुटकी को एम्स से छुट्टी मिल गई है लेकिन उसे अभी और इलाज की जरूरत है ताकि वो पूरी तरह ठीक हो सके. छुटकी के माता-पिता की आमदनी काफी कम है, साथ ही उन्होंने काम पर जाना भी फिलहाल छोड़ रखा है ताकि उसकी देखभाल कर सकें. आप छुटकी के इलाज के खर्च और उसका आने वाला कल संवारने में मदद कर सकते हैं. आपकी छोटी मदद भी बड़ी समझिए. डोनेशन के लिए यहां क्लिक करें.)
(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)