मुंबई में 2008 में हुए आतंकी हमलों के मास्टरमाइंड और कुख्यात आतंकवादी जमात उद दावा प्रमुख हाफिज सईद को पाकिस्तान के एंटी टेररिज्म कोर्ट ने आतंकवाद को बढ़ावा देने के आरोप में 11 साल की कैद की सजा सुनाई है. साथ ही उस पर 30 हजार रुपये का जुर्माना लगा है. भारत ने कहा है कि पठानकोट और मुंबई हमलों के मामलों में भी पाकिस्तान को कार्रवाई करनी चाहिए.
FATF की बैठक से ठीक पहले हुई है कार्रवाई
यह सजा ऐसे समय में दी गई है, जब फ्रांस की राजधानी पेरिस में चार दिन बाद फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) की बैठक होने वाली है जहां पाकिस्तान को ब्लैक लिस्ट में शामिल होने से बचने के लिए अपना पक्ष रखना है .
संयुक्त राष्ट्र से आतंकवादी घोषित सईद को पिछले साल 17 जुलाई को टेरर फंडिंग के मामले में गिरफ्तार किया गया था . वह उच्च सुरक्षा वाले लाहौर के कोट लखपत जेल में बंद है . अमेरिका ने सईद पर एक करोड़ डालर का इनाम भी रखा है .
आतंकवाद निरोधक अदालत के जज अरशद हुसैन भुट्टा ने सईद और उसके करीबी सहयोगी जफर इकबाल को साढ़े पांच साल के कारावास की सजा सुनायी है और 15 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया गया है . दोनों मामलों में कुल 11 साल की सजा साथ साथ चलेगी .
सजा सुनाए जाने के वक्त शांत था सईद
सईद एवं इकबाल को दो मामलों में यह सजा सुनायी गयी है जो लाहौर एवं गुजरांवाला में पंजाब पुलिस के काउंटर टेररिज्म विभाग के आवेदन पर दर्ज किया गया था . उप महाभियोजक अब्दुल रऊफ वट्टू ने बताया कि अदालत ने दोनों मामलों में सईद को साढ़े पांच साल - साढ़े पांच साल कैद की सजा सुनायी है तथा 15-15 हजार का जुर्माना भी लगाया है.अधिकारी ने बताया कि दोनों मामलों में सजा साथ साथ चलेगी.
अदालत के एक अन्य अधिकारी ने बताया, ‘‘जब एटीसी न्यायाधीश ने सजा का ऐलान किया तो सईद शांत था. संवाददाताओं से बातचीत करते हुए सईद के अधिवक्ता इमरान फजल गिल ने कहा कि जमात प्रमुख को सजा का ऐलान एफएटीएफ के दवाब का परिणाम है .
उन्होंने कहा, ‘‘हमलोग एटीसी के फैसले से दुखी हैं और इसे लाहौर उच्च न्यायालय (एलएचसी) में चुनौती देंगे . उन्होंने कहा कि अभियोजन पक्ष के सभी गवाह अदालत में मौजूद थे और सईद एवं इकबाल के खिलाफ किसी आरोप को साबित नहीं कर सके.
भारत ने कहा-पठानकोट,मुंबई हमले में भी होनी चाहिए कार्रवाई
सईद को सजा के ऐलान के बाद भारत ने कहा कि यह कदम ठीक FATF की बैठक से पहले उठाया गया है. इसलिए इस कदम का असर कितना होगा यह देखने वाली बाती होगी.
भारत में सरकारी सूत्रों ने कहा कि मीडिया रिपोर्ट में ऐसी खबरें आई हैं कि सईद की सजा दी गई है. पाकिस्तान पर अंतरराष्ट्रीय दबाव की वजह से यह फैसला लिया गया है. उस पर काफी पहले से यह दबाव था लेकिन FATF की बैठक से ठीक पहले इस तरह का कदम दिखावटी ही लगता है. भारत ने कहा है कि पठानकोट और मुंबई हमलों के मामलों में भी पाकिस्तान को कार्रवाई करनी चाहिए.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)